सुंदरनगर/मंडीः लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक स्थित कोविड लेब से ग्राम पंचायत अप्पर बेहली के गांव समकल की रहने वाली एक 33 वर्षीय महिला कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मिलते ही देर रात प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी. कोरोना संक्रमित को क्वारंटाइन करने के लिए टीम रवाना हुई, लेकिन टीम के उस समय होश उड़ गए.
जब उन्हें पता चला कि महिला ने तो अपना कोविड-19 के लिए टेस्ट ही नहीं करवाया है. इस पर सुंदरनगर प्रशासन देर रात तक छानबीन करता रहा और समकल गांव में असमंजस का माहौल बना रहा. जांच-पड़ताल के बाद पता चला कि उसी नाम की महिला बल्ह क्षेत्र में कोरोना संक्रमित पाई गई है. पता गलत और नाम एक होने से टीम गलत पते पर पहुंच गई.
इससे मौके पर मौजूद प्रशासन और गांववासियों ने राहत की सांस ली, लेकिन इस प्रकार के मामलों से सवाल उठ रहे हैं कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संक्रमितों के मामले में ऐसी लापरवाही कैसे बरती जा रही है. इसे लेकर स्थानीय लोगों में भारी रोष है.
पुष्टि करते हुए एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार समकल में एक महिला का कोरोना पॉजिटिव होना पाया गया था. इस पर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा उसे कोविड सेंटर भेजने के लिए समकल गांव में कार्रवाई शुरू कर दी गई, लेकिन बाद में जांच करने पर पता गलता पाया गया.
उन्होंने कहा कि इस पर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधने पर पता चला बल्ह की एक अन्य महिला और समकल की महिला नाम एक ही होने पर ऐसा हुआ. राहुल चौहान ने कहा कि मामले में जांच के बाद बल्ह की महिला को कोरोना संक्रमित पाई गई है.
ये भी पढ़ें- SFI की प्रतियोगी परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग, लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर दिया धरना
ये भी पढ़ें- रिश्तों की एहमियत के लिए मिसाल, पति ने पत्नी को किडनी डोनेट कर दिया नया जीवन