मंडी: मंडी के अभिषेक और रश्मि ने जिले का नाम रोशन किया (Abhishek and Rashmi) है. हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में अभिषेक ने सोशल मीडिया से दूर रहकर जहां पहला स्थान हासिल किया. वहीं, रश्मि शर्मा का चयन हिमाचल प्रदेश पुलिस सेवा में डीएसपी के लिए हुआ. उन्होंने 5वां स्थान हासिल किया.
सोशल मीडिया से किनारा,फिर मिला मुकाम: हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में प्रदेश में पहला स्थान हासिल करने वाले अभिषेक बरवाल ने सोशल मीडिया से किनारा किया और रोजाना 9 से 10 घंटे पढ़ाई करके यह मुकाम हासिल किया. अब अभिषेक का सपना एक ऐसा प्रशासनिक अधिकारी बनने का है जो शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने की सोच रखता है.
तीन बार मिली असफलता: अभिषेक ने लोक सेवा आयोग की परीक्षा में तीन बार असफलता का सामना भी किया, लेकिन हार नहीं मानी. चौथी बारी में उन्होंने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया. अभिषेक ने बताया कि 2018 में जब उन्होंने परीक्षा की तैयारी करने की सोची तो उसी वक्त अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर दिए. सिर्फ व्हाट्सएप का इस्तेमाल किया, वो सिर्फ इसलिए ,ताकि जरूरी जानकारियों का आदान-प्रदान हो सके. 2020 में वन विभाग की परीक्षा दी और 2021 में उसे उतीर्ण कर लिया. अभी हाल ही में अभिषेक को 11 मई 2022 को वन विभाग में बतौर एचपीएफएस तैनाती मिली.
रश्मि: इंजीनियरिंग कंपनी में कार्यरत: रश्मि शर्मा मंडी शहर के रामनगर मंगवाई की रहने वाली है. इन दिनों चंडीगढ़ में एक नामी इंजीनियरिंग कंपनी में कार्यरत है. उनके पिता देव राज भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबंधक पद से सेवानिवृत हुए , जबकि माता मीनाक्षी भाषा अध्यापक के पद से सेवानिवृत हुई. रश्मि की बड़ी बहन पशु चिकित्सक, जबकि छोटा भाई भी प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा के लिए तैयारी कर रहा है.रश्मि ने पहले ही प्रयास में यह उपलब्धि हासिल की है.
स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की: रश्मि की प्रारंभिक शिक्षा रामनगर मंगवाई के स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल में हुई. उसके बाद बाद बद्दी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की, जहां से उनका चयन इंफोसिस कंपनी में नौकरी के लिए हो गया. बता दें कि हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के घोषित परिणाम में विभिन्न प्रशासनिक पदों के लिए 16 उम्मीदवारों का चयन हुआ.
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