करसोग/मंडी : जिला में सराज के बगस्याड के एक व्यक्ति ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए घर में पड़ी बेकार की वस्तुओं से सेनिटाइजर गेट बनाया है, जिसे घर के बाहर प्रवेश द्वार पर लगाया गया है. अब बाहर से आने वाला कोई व्यक्ति गेट से गुजर घर में प्रवेश करता है. वैसे ही खुद व खुद व्यक्ति पर सेनिटाइजर की स्प्रे होने लगती है और व्यक्ति सेनिटाइज होकर घर के अंदर प्रवेश करता है.
इससे कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाता. सेनिटाइजर गेट बगस्याड के ओम प्रकाश ने तैयार किया है. जिसकी इन दिनों हर तरफ चर्चा हो रही है. इस गेट को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. सेनिटाइजर गेट में लकड़ी,प्लास्टिक कवर और घर में बेकार पड़े एक पुराने स्प्रे पंप का प्रयोग किया गया है. घर पर बेकार पड़ी चीजों से तैयार किए गए इस गेट पर न के बराबर खर्च आया है.
ऐसे तैयार किया गया सेनिटाइजर गेट
प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. घर से बाहर निकलते और वापस आने पर लोगों को हर बार सेनिटाइजर का प्रयोग करना पड़ता है. ऐसे में जरा सी इस लापरवाही के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है.
इसको देखते हुए ओम प्रकाश ने एक ऐसा गेट तैयार किया है, जिससे घर के अंदर प्रवेश करते वक्त व्यक्ति पहले ही गेट के अंदर कदम रखते हुए खुद व खुद सेनिटाइज हो सकता है. इससे कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा भी कम हो होगा. ऐसे में ओम प्रकाश ने एक आइडिया पर काम करना शुरू किया और घर पर ही बेकार पड़ी चीजों से सेनेटाइजर गेट बनाया.
ओम प्रकाश ने बताया कि घर पर ही लकड़ी और प्लास्टिक की मदद से गेट तैयार किया गया है. जिसके अंदर एक सेनिटाइजर से भरा पंप रखा गया है. इसमें एक चार्जिंग सिस्टम भी लगाया लगा है. गेट के नीचे फर्श पर एक लकड़ी का टुकड़ा रखा गया है. जैसे ही कोई व्यक्ति इसके अंदर प्रवेश करता है उस पर स्प्रे होती है.
वहीं,ओम प्रकाश की माता माया देवी का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते कई कामों के लिए बाहर जाना पड़ता है, जिससे वायरस के फैलने का खतरा रहता है. इस गेट को लगाने से अब संक्रमण से सुरक्षित रहा जा सकता है.
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