ETV Bharat / city

विदेश कमाने गए व्यक्ति की मौत, शव सुंदरनगर लाने के लिए पत्नी ने लगाई गुहार

सुंदरनगर निवासी विरेंद्र की हृदय गति रुकने से सऊदी अरब के जुबैल में मौत हो गई है. परिजनों ने एसडीएम सुंदरनगर धर्मेश रामौत्रा से मुलाकात कर शव को भारत लाने की गुहार लगाई है.

मंडी
फोटो
author img

By

Published : Sep 19, 2021, 12:49 PM IST

Updated : Sep 19, 2021, 1:05 PM IST

सुंदरनगर: हृदय गति रुकने से सऊदी अरब के जुबैल में उपमंडल सुंदरनगर निवासी वीरेंद्र(39 वर्ष) की मौत हो गई है. 2 वर्ष पहले वीरेंद्र रोजी-रोटी कमाने सऊदी अरब के जुबैल गया था, ताकि वह अपने परिवार का गुजर बसर कर सके, लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था. 6 सितंबर को परिजनों से विरेंद्र की बात हुई थी. 7 सितंबर की सुबह विरेंद्र की अचानक तबीयत खराब हो गई. अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी ह्रदय गति रुक जाने से मौत हो गई.

जुबैल में विरेंद्र लेबर का कार्य करते थे और परिवार का एकमात्र सहारा थे. विरेंद्र मूलतः पंजाब के गुरदासपुर जिला के रहने वाले थे, लेकिन वह लगभग 40 वर्षों से मंडी जिला के सुंदरनगर में ही रहते थे. विदेश जाने से पहले धनोटू में गाड़ियों के शॉकर रिपेयर की वर्कशॉप में कार्य करते थे. विरेंद्र अपने पीछे पत्नी, एक 11 वर्षीय बेटा और 15 वर्षीय बेटी छोड़ गए हैं. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है. विरेंद्र के जाने के बाद घर चलाने वाला अब कोई भी नहीं रहा. अभी भी शव विदेश में ही है. मामले को लेकर परिजनों ने एसडीएम सुंदरनगर धर्मेश रामौत्रा से मिलकर शव को यहां लाने की गुहार लगाई है.

विडियो

एसडीएम धर्मेश ने यथासंभव सहायता करने का आश्वासन दिया है. वहीं, इस मामले में सुकेत व्यापर मंडल सुंदरनगर ने भी प्रशासन से पीड़ित परिवार की सहायता करने की मांग की है. सुकेत व्यापार मंडल के संयोजक सुरेश कौशल ने कहा कि पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी.

ये भी पढ़ें : फेसबुक पर दोस्ती करना पड़ा महंगा, शिमला में शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म

सुंदरनगर: हृदय गति रुकने से सऊदी अरब के जुबैल में उपमंडल सुंदरनगर निवासी वीरेंद्र(39 वर्ष) की मौत हो गई है. 2 वर्ष पहले वीरेंद्र रोजी-रोटी कमाने सऊदी अरब के जुबैल गया था, ताकि वह अपने परिवार का गुजर बसर कर सके, लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था. 6 सितंबर को परिजनों से विरेंद्र की बात हुई थी. 7 सितंबर की सुबह विरेंद्र की अचानक तबीयत खराब हो गई. अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी ह्रदय गति रुक जाने से मौत हो गई.

जुबैल में विरेंद्र लेबर का कार्य करते थे और परिवार का एकमात्र सहारा थे. विरेंद्र मूलतः पंजाब के गुरदासपुर जिला के रहने वाले थे, लेकिन वह लगभग 40 वर्षों से मंडी जिला के सुंदरनगर में ही रहते थे. विदेश जाने से पहले धनोटू में गाड़ियों के शॉकर रिपेयर की वर्कशॉप में कार्य करते थे. विरेंद्र अपने पीछे पत्नी, एक 11 वर्षीय बेटा और 15 वर्षीय बेटी छोड़ गए हैं. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है. विरेंद्र के जाने के बाद घर चलाने वाला अब कोई भी नहीं रहा. अभी भी शव विदेश में ही है. मामले को लेकर परिजनों ने एसडीएम सुंदरनगर धर्मेश रामौत्रा से मिलकर शव को यहां लाने की गुहार लगाई है.

विडियो

एसडीएम धर्मेश ने यथासंभव सहायता करने का आश्वासन दिया है. वहीं, इस मामले में सुकेत व्यापर मंडल सुंदरनगर ने भी प्रशासन से पीड़ित परिवार की सहायता करने की मांग की है. सुकेत व्यापार मंडल के संयोजक सुरेश कौशल ने कहा कि पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी.

ये भी पढ़ें : फेसबुक पर दोस्ती करना पड़ा महंगा, शिमला में शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म

Last Updated : Sep 19, 2021, 1:05 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.