करसोग: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Vidhan Sabha Election 2022) की घोषणा से पूर्व ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अक्टूबर को बिलासपुर में विशाल रैली को संबोधित कर चुनाव का शंखनाद कर कर दिया है. प्रदेश में किसी भी वक्त विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है. ऐसे में कांग्रेस की ही तरह भाजपा में भी अंदर खाते टिकट के लिए घमासान मच गया है. यहां मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिले के तहत पड़ने वाले करसोग विधानसभा क्षेत्र (Karsog Assembly Constituency) की बात करें तो वर्तमान विधायक हीरालाल टिकट मिलने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं.
हीरालाल को 3 युवा नेता दे रहे टक्कर: उनका कहना है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में पांच सालों में विधानसभा क्षेत्र में करीब 600 करोड़ के विकासकार्य हुए हैं. पांच सालों में करसोग की हर पंचायत को कोई न कोई सौगात दी गई है. उनका कहना है कि पूरी ईमानदारी के साथ उन्होंने जनता की सेवा की है और संगठन के साथ भी तालमेल बिठाया गया है. ऐसे में भाजपा टिकट के लिए उनकी दावेदारी प्रबल है, लेकिन तीन युवा नेता भी इस बार टिकट के लिए हीरालाल को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. (3 leaders giving tough competition to Hiralal in karsog)
2007 में निर्दलीय चुनाव लड़े थे हीरालाल:इसमें भाजयुमो संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के अध्यक्ष व स्वामाहुं पंचायत प्रधान अमीचंद, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य युवराज कपूर व भाजपा जिला आईटी सेल के प्रभारी एवं समाजसेवी दीपराज भंथल भाजपा से टिकट के लिए दावेदारी जता रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव परिणाम को देखें तो हीरालाल ने तीन में से एक में चुनाव हारा है. हीराराल ने वर्ष 2007 में पहली बार निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी.
2012 में इतने वोट से चुनाव हारे थे हीरालाल: करसोग विधानसभा चुनाव क्षेत्र से हीरालाल ने वर्ष 2007 में आजाद प्रत्याशी के तौर पर अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा (karsog assembly election) था. जिसमें हीरालाल को 19,609 वोट मिले थे और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार मनसाराम को 5,527 मतों के अंतर से हराया था. वर्ष 2012 के चुनाव में हीरालाल ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए मनसा राम से 4,332 मतों के अंतर से चुनाव हार गए. वर्ष 2017 के चुनाव में हीरालाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार मनसा राम को 4,830 मतों के अंतर से हराया था.
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