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कुल्लू में 'जनमंच' कार्यक्रम की समीक्षा बैठक, नरेंद्र बरागटा ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश

नरेंद्र बरागटा ने जनमंच को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की दूरदर्शी सोच की उपज बताया है. नरेंद्र बरागटा ने कुल्लू जिला में अभी तक आयोजित 11 जनमंचों में जनशिकायतों के निवारण की विस्तृत रिपोर्ट पर संतोष व्यक्त करते हुए बरागटा ने कहा कि इस दिशा में जिला के अधिकारियों ने सराहनीय कार्य किया है.

'जनमंच' कार्यक्रम की समीक्षा बैठक
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Published : Jul 6, 2019, 5:33 PM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बीजेपी मुख्य सचेतक तथा जनमंच के राज्य समन्वयक नरेंद्र बरागटा ने शनिवार को यहां राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी 'जनमंच' कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की.

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनमंच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की दूरदर्शी सोच की उपज है और एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है. जिसमें उन्होंने आम लोगों के साथ सरकार के सीधे संवाद के साथ-साथ उनकी समस्याओं का समाधान करने का रास्ता निकाला है.

बरागटा ने कहा कि जनमंच की जमीनी स्तर पर सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें जनमंच के दौरान आ रही हजारों शिकायतों का अनुश्रवण तथा इनके समाधान की गुणवत्ता सुनिश्चित बनाने के लिए उन्हें जनमंच के लिए प्रदेश समन्वयक की जिम्मेवारी सौंपी है, जिसके लिए वह मुख्यमंत्री के आभारी हैं.

ये भी पढ़े: 84 साल के हुए तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा, जन्मदिन कार्यक्रम में BJP सांसद हुए शरीक

उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी तक कुल 131 स्थानों पर आयोजित किए गए जनमंचों में कुल 32,316 जनशिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 29,875 का निपटारा किया जा चुका है. जनमंच के माध्यम से सरकार की कुछ स्कीमों का लाभ शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने की कोशिश की जाती है, जिसके अंतर्गत अब तक 5446 परिवारों को 'बेटी है अनमोल योजना' के अंतर्गत लाभान्वित किया गया है.

इस दौरान 5,15,358 डिजिटाइज्ड राशन कार्ड, 1,67,431 किसान क्रेडिट कार्ड और विभिन्न प्रकार के 34,878 प्रमाण-पत्र लोगों को मौके पर ही प्रदान किए गए. 45,589 परिवारों को गृहिणी सुविधा योजना के तहत गैस कनैक्शन दिए गए तथा 14,205 जनधन खाते खुलवाए गए.

'जनमंच' कार्यक्रम की समीक्षा बैठक
40,681 महिलाओं का टीकाकरण और 6248 इंतकाल भी जनमंचों के दौरान ही किए गए. सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 2,10,773 मामलों और 26,179 अन्य मामलों की औपचारिकताएं भी मौके पर ही पूरी की गई. जनमंचों में लगाए गए चिकित्सा शिविरों में 50,675 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई.

जनमंच में कुल्लू की रिपोर्ट सराहनीय

कुल्लू जिला में अभी तक आयोजित 11 जनमंचों में जनशिकायतों के निवारण की विस्तृत रिपोर्ट पर संतोष व्यक्त करते हुए बरागटा ने कहा कि इस दिशा में जिला के अधिकारियों ने सराहनीय कार्य किया है. कुल्लू जिला ने इसमें एक आदर्श प्रस्तुत किया. इस मॉडल का अन्य जिलों में भी अनुसरण किया जा सकता है.

स्वच्छता और जल संरक्षण पर जोर दें अधिकारी

बरागटा ने अधिकारियों को अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान और जल संरक्षण पर विशेष जोर देने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता और जल संरक्षण को लेकर बहुत ही संवेदनशील हैं और हर विभाग को प्रधानमंत्री के संदेश पर अमल करना चाहिए.

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बीजेपी मुख्य सचेतक तथा जनमंच के राज्य समन्वयक नरेंद्र बरागटा ने शनिवार को यहां राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी 'जनमंच' कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की.

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनमंच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की दूरदर्शी सोच की उपज है और एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है. जिसमें उन्होंने आम लोगों के साथ सरकार के सीधे संवाद के साथ-साथ उनकी समस्याओं का समाधान करने का रास्ता निकाला है.

बरागटा ने कहा कि जनमंच की जमीनी स्तर पर सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें जनमंच के दौरान आ रही हजारों शिकायतों का अनुश्रवण तथा इनके समाधान की गुणवत्ता सुनिश्चित बनाने के लिए उन्हें जनमंच के लिए प्रदेश समन्वयक की जिम्मेवारी सौंपी है, जिसके लिए वह मुख्यमंत्री के आभारी हैं.

ये भी पढ़े: 84 साल के हुए तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा, जन्मदिन कार्यक्रम में BJP सांसद हुए शरीक

उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी तक कुल 131 स्थानों पर आयोजित किए गए जनमंचों में कुल 32,316 जनशिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 29,875 का निपटारा किया जा चुका है. जनमंच के माध्यम से सरकार की कुछ स्कीमों का लाभ शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने की कोशिश की जाती है, जिसके अंतर्गत अब तक 5446 परिवारों को 'बेटी है अनमोल योजना' के अंतर्गत लाभान्वित किया गया है.

इस दौरान 5,15,358 डिजिटाइज्ड राशन कार्ड, 1,67,431 किसान क्रेडिट कार्ड और विभिन्न प्रकार के 34,878 प्रमाण-पत्र लोगों को मौके पर ही प्रदान किए गए. 45,589 परिवारों को गृहिणी सुविधा योजना के तहत गैस कनैक्शन दिए गए तथा 14,205 जनधन खाते खुलवाए गए.

'जनमंच' कार्यक्रम की समीक्षा बैठक
40,681 महिलाओं का टीकाकरण और 6248 इंतकाल भी जनमंचों के दौरान ही किए गए. सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 2,10,773 मामलों और 26,179 अन्य मामलों की औपचारिकताएं भी मौके पर ही पूरी की गई. जनमंचों में लगाए गए चिकित्सा शिविरों में 50,675 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई.

जनमंच में कुल्लू की रिपोर्ट सराहनीय

कुल्लू जिला में अभी तक आयोजित 11 जनमंचों में जनशिकायतों के निवारण की विस्तृत रिपोर्ट पर संतोष व्यक्त करते हुए बरागटा ने कहा कि इस दिशा में जिला के अधिकारियों ने सराहनीय कार्य किया है. कुल्लू जिला ने इसमें एक आदर्श प्रस्तुत किया. इस मॉडल का अन्य जिलों में भी अनुसरण किया जा सकता है.

स्वच्छता और जल संरक्षण पर जोर दें अधिकारी

बरागटा ने अधिकारियों को अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान और जल संरक्षण पर विशेष जोर देने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता और जल संरक्षण को लेकर बहुत ही संवेदनशील हैं और हर विभाग को प्रधानमंत्री के संदेश पर अमल करना चाहिए.

Intro:जनशिकायत के संपूर्ण निवारण के बाद ही दें आॅनलाइन रिपोर्ट: बरागटा
कुल्लू में की जनमंच की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिए निर्देश Body:
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक तथा जनमंच के राज्य समन्वयक नरेंद्र बरागटा ने आज यहां राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी ‘जनमंच’ कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनमंच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की दूरदर्शी सोच की उपज है और एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जिसमें उन्हांेने आम लोगों के साथ सरकार के सीधे संवाद के साथ-साथ उनकी समस्याओं का समाधान करने का रास्ता निकाला है।
बरागटा ने कहा कि जनमंच की जमीनी स्तर पर सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें जनमंच के दौरान आ रही हजारों शिकायतों का अनुश्रवण तथा इनके समाधान की गुणवत्ता सुनिश्चित बनाने के लिए उन्हें जनमंच के लिए प्रदेश समन्वयक की जिम्मेवारी सौंपी है जिसके लिए वह मुख्यमंत्री के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि वह जनमंच में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आ रही शिकायतों का बारीकी से अध्ययन कर इनके निपटारे की गुणवत्ता सुनिश्चित कर रहे हैं। बरागटा ने कहा कि जनमंच में लोग खुलकर सामने आ रहे हैं और बेझिझक अपनी समस्याएं सरकार तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री निरंतर जनमंच कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे हैं। अब प्रदेश स्तर पर मुख्य सचिव और जिला स्तर पर डीसी द्वारा जनमंच की नियमित समीक्षा करने की व्यवस्था भी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी तक कुल 131 स्थानों पर आयोजित किए गए जनमंचों में कुल 32,316 जनशिकायतें प्राप्त हुई हैं जिनमें से 29,875 का निपटारा किया जा चुका है। जनमंच के माध्यम से सरकार की कुछ स्कीमों का लाभ शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने की कोशिश की जाती है, जिसके अंतर्गत अब तक 5446 परिवारों को बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत लाभान्वित किया गया है। इस दौरान 5,15,358 डिजिटाइज्ड राशनकार्ड, 1,67,431 किसान क्रेडिट कार्ड और विभिन्न प्रकार के 34,878 प्रमाण-पत्र लोगों को मौके पर ही प्रदान किए गए। 45,589 परिवारों को गृहिणी सुविधा योजना के तहत गैस कनैक्शन दिए गए तथा 14,205 जनधन खाते खुलवाए गए। 40,681 महिलाओं का टीकाकरण और 6248 इंतकाल भी जनमंचों के दौरान ही किए गए। सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 2,10,773 मामलों और 26,179 अन्य मामलों की औपचारिकताएं भी मौके पर ही पूरी की गई। जनमंचों में लगाए गए चिकित्सा शिविरों में 50,675 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई।
जनमंच में कुल्लू की रिपोर्ट सराहनीय
कुल्लू जिला में अभी तक आयोजित 11 जनमंचों में जनशिकायतों के निवारण की विस्तृत रिपोर्ट पर संतोष व्यक्त करते हुए बरागटा ने कहा कि इस दिशा में जिला के अधिकारियों ने सराहनीय कार्य किया है। कुल्लू जिला ने इसमें एक आदर्श प्रस्तुत किया। इस माॅडल का अन्य जिलों में भी अनुसरण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिला में 11 जनमंचों के दौरान कुल 1044 जनशिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 1030 का निपटारा कर दिया गया है तथा 14 शिकायतें अभी लंबित हैं।
बैठक के दौरान बरागटा ने हर जनमंच की अलग-अलग रिपोर्ट तलब करके विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारियों से जनशिकायतों के निवारण पर चर्चा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को लंबित शिकायतों का तुरंत निपटारा करने के निर्देश दिए। बरागटा ने कहा कि जनशिकायतों का पूरी तरह निपटारा होने के बाद ही अधिकारी इसकी आॅनलाइन रिपोर्ट दें। जनमंच में मामला उठाने के बाद शिकायतकर्ता को अनावश्यक रूप से दोबारा दफ्तरों के चक्कर काटने की नौबत नहीं आनी चाहिए। इस संबंध में विभागीय स्तर पर कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। प्री-जनमंच गतिविधियों की चर्चा करते हुए बरागटा ने कहा कि अधिकारी न केवल जनमंच में आने वाली जनशिकायतों पर ही फोकस करें, बल्कि फील्ड में जाकर आम जनता की अन्य सभी समस्याओं को भी प्राथमिकता के आधार पर दूर करें।
Conclusion:स्वच्छता और जल संरक्षण पर जोर दें अधिकारी
बरागटा ने अधिकारियों को अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान और जल संरक्षण पर विशेष जोर देने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता और जल संरक्षण को लेकर बहुत ही संवेदनशील हैं और हर विभाग को प्रधानमंत्री के संदेश पर अमल करना चाहिए। बरागटा ने कहा कि जल संरक्षण के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अलावा वन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और पंचायतीराज संस्थाओं को मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला ने विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। जिला में पर्यटन उद्योग के विस्तार और युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखने के लिए विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है।
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