कुल्लू: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बीजेपी मुख्य सचेतक तथा जनमंच के राज्य समन्वयक नरेंद्र बरागटा ने शनिवार को यहां राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी 'जनमंच' कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनमंच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की दूरदर्शी सोच की उपज है और एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है. जिसमें उन्होंने आम लोगों के साथ सरकार के सीधे संवाद के साथ-साथ उनकी समस्याओं का समाधान करने का रास्ता निकाला है.
बरागटा ने कहा कि जनमंच की जमीनी स्तर पर सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें जनमंच के दौरान आ रही हजारों शिकायतों का अनुश्रवण तथा इनके समाधान की गुणवत्ता सुनिश्चित बनाने के लिए उन्हें जनमंच के लिए प्रदेश समन्वयक की जिम्मेवारी सौंपी है, जिसके लिए वह मुख्यमंत्री के आभारी हैं.
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उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी तक कुल 131 स्थानों पर आयोजित किए गए जनमंचों में कुल 32,316 जनशिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 29,875 का निपटारा किया जा चुका है. जनमंच के माध्यम से सरकार की कुछ स्कीमों का लाभ शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने की कोशिश की जाती है, जिसके अंतर्गत अब तक 5446 परिवारों को 'बेटी है अनमोल योजना' के अंतर्गत लाभान्वित किया गया है.
इस दौरान 5,15,358 डिजिटाइज्ड राशन कार्ड, 1,67,431 किसान क्रेडिट कार्ड और विभिन्न प्रकार के 34,878 प्रमाण-पत्र लोगों को मौके पर ही प्रदान किए गए. 45,589 परिवारों को गृहिणी सुविधा योजना के तहत गैस कनैक्शन दिए गए तथा 14,205 जनधन खाते खुलवाए गए.
जनमंच में कुल्लू की रिपोर्ट सराहनीय
कुल्लू जिला में अभी तक आयोजित 11 जनमंचों में जनशिकायतों के निवारण की विस्तृत रिपोर्ट पर संतोष व्यक्त करते हुए बरागटा ने कहा कि इस दिशा में जिला के अधिकारियों ने सराहनीय कार्य किया है. कुल्लू जिला ने इसमें एक आदर्श प्रस्तुत किया. इस मॉडल का अन्य जिलों में भी अनुसरण किया जा सकता है.
स्वच्छता और जल संरक्षण पर जोर दें अधिकारी
बरागटा ने अधिकारियों को अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान और जल संरक्षण पर विशेष जोर देने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता और जल संरक्षण को लेकर बहुत ही संवेदनशील हैं और हर विभाग को प्रधानमंत्री के संदेश पर अमल करना चाहिए.