किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर अपनी सुंदरता व संस्कृति के लिए पूरे विश्व में विख्यात है, लेकिन पिछले दो दशक से जिले में चल रही जलविद्युत परियोजनाओं के कारण खूबसूरती व यहां के पर्यावरण पर ग्रहण लग गया (rajan sushant press conference in reckongpeo) है. यह बात हिमाचल रीजनल अलाइंस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजन सुशांत ने रिकांगपिओ में प्रेस वार्ता के दौरान कही.
डॉ. राजन सुशांत ने कहा कि आज जिला किन्नौर चारों ओर से जलविद्युत परियोजनाओं के निर्माणाधीन कार्यों व उसके दुष्प्रभाव से घिर चुका है. परियोजनाओं के अंधाधुंध ब्लास्टिंग से यहां कि धरती कांप चुकी (rajan sushant on kinnaur projects) है. जिसके परिणाम स्वरूप जिले में पहाड़ों से भूस्खलन व चट्टानों के खिसकने से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. राजन सुशांत ने कहा कि नुकसान के बाद भी सरकार जिले के अंदर जंगी ठोपन जल विद्युत परियोजना (Jangi Thopan Hydroelectric Project) के प्रस्ताव को अनुमति देने का काम कर रही है. यह सरासर गलत है और यहां की जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इतने जल विद्युत परियोजनाओं के बाद भी हिमाचल व जिले के युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा (rajan sushant on Kinnaur hydroelectric project) है.
उन्होंने कहा कि जिला किन्नौर चीन सीमांत क्षेत्र है. जहां से चीन मात्र 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर है. चीन लगातार भारत की सीमा की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहा है. चीन सड़कों का जाल बिछा रहा है, लेकिन भारत की तरफ से सीमांत क्षेत्र में सड़कों का जाल अबतक नहीं बिछाया गया है, जो भारत की सुरक्षा के लिए कभी भी खतरा बन सकता (Himachal Regional Alliance Party) है. राजन सुशांत ने कहा कि आज जिला किन्नौर में पर्यटन के क्षेत्र में सरकार काम नहीं कर रही. सीमांत ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल सिग्नल कि समस्याएं हैं. सड़कों की हालत खस्ता है व इसके अलावा भी जिले में कई बड़ी समस्याएं हैं. पर्यावरण के साथ हिमाचल का अस्तित्व भी खतरे में (Kinnaur hydroelectric project) है. उनकी पार्टी हितकारी योजनाओं व जनता के साथ खड़ी रहकर काम करेगी.