लाहौल-स्पीति: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में हुई बर्फबारी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. बर्फबारी के बाद पारा माइनस तक लुढ़क गया है. पारा लुढ़कने से लाहौल के कई गांवों में पेयजल को लेकर संकट खड़ा हो गया है. ठंड से जिला मुख्यालय केलांग समेत कई गांवों की पेयजल पाइप लाइनें जाम हो गई हैं.
लाहौल के कई गांवों में पेयजल संकट
लाहौल के कई गांवों में पेयजल को लेकर संकट खड़ा हो गया है. ठंड से जिला मुख्यालय केलांग समेत कई गांवों की पेयजल पाइप लाइनें जाम हो गई हैं. पेयजल स्रोतों से पानी की मात्रा पहले के मुकाबले कम हो गई है. पारा रिकॉर्ड स्तर पर लुढ़कने से जिला मुख्यालय केलांग में पेयजल संकट खड़ा हो गया है. केलांग कस्बे के लिए पेयजल आपूर्ति का मुख्य स्रोत जम जाने से केलांग में 50 फीसदी नलकों में पानी की बूंद भी नहीं टपक रही है.
पेयजल आपूर्ति बहाल करने का प्रयास जारी
बताया जा रहा है कि कड़ाके की ठंड के बावजूद जल शक्ति विभाग के कर्मचारी पेयजल आपूर्ति को बहाल करने में डटे हैं. इस संबंध में जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता संजीव बोहरा ने कहा कि पारा लुढ़कने से मन्शु जल स्रोत का पानी जम गया है. कड़ाके की ठंड के बावजूद विभाग के कर्मचारी पेयजल आपूर्ति सुचारु करने में जुटे हैं. पेयजल आपूर्ति बहाल करने का प्रयास जारी है.
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