कुल्लूः समुद्रतल से 10,280 फीट ऊंचा जलोड़ी दर्रा करीब एक महीने से यातायात के लिए बंद है. ऐसे में लोग दर्रा को पैदल आरपार करने को मजबूर हैं. बीते दिन भी पांच फीट बर्फ के बीच करीब 40 से अधिक लोगों ने दर्रा को आरपार किया. इस दौरान कई लोगों को अपने बच्चों को पीठ पर उठाकर सफर करना पड़ा.
मौसम विभाग ने इन दिनों कुल्लू और लाहौल में हिमखंड गिरने की चेतावनी दी है. औट-बंजार-सैंज हाईवे-305 में भी करीब तीन किलोमीटर दायरे में हिमस्खलन होने का खतरा है, लेकिन लोग बच्चों को कंधे और पीठ पर उठाकर जोखिम ले रहे हैं.
वहीं, दूसरी ओर एनएच अथॉरिटी हाईवे को बहाल करने में जुटी हुई है और दोनों तरफ से हाईवे को खोलने का काम जारी है. राहत की बात ये है कि आनी की तरफ से जलोड़ी दर्रा तक बर्फ हटा दी गई है. बंजार की तरफ से अथॉरिटी की मशीनरी बड़ानाला पहुंच गई है, लेकिन अभी भी करीब दो किलोमीटर तक फासला शेष बचा है.
एनएच अथारिटी ने दावा किया है कि मौसम ने साथ दिया तो तीन से चार दिनों के भीतर बर्फ हटा दी जाएगी. एनएच के सुपरवाइजर यशवर ठाकुर ने कहा कि उनका काफिला बड़ानाला तक पहुंचने वाला है. दो किलोमीटर से बर्फ हटाना बाकी रह गया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस साल सर्दी में लगातार बर्फबारी से बाह्य सराज के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है. लोग खुद के साथ बच्चों को पीठ पर उठाकर दर्रा को पैदल लांघने को मजबूर हैं. लोगों ने कहा कि सरकार सालों से टनल निर्माण की बात कर रही है, लेकिन अभी तक टनल की डीपीआर को मंजूरी नहीं मिल सकी है. ऐसे में लोगों को अभी जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए कई सालों तक परेशानियां झेलनी पड़ेंगी.
ये भी पढ़ें- कुल्लू उड़ान समीति पर उठे सवाल, हेलीकॉप्टर में 10 किलो से अधिक सामान लाने पर रद्द होगी बुकिंग