कुल्लूः कोरोना संकट के बीच बाहरी राज्यों में फंसे लोगों का हिमाचल वापसी जारी है. जिला कुल्लू में भी अब तक सैकड़ों लोग बाहरी जिलों व राज्यों से प्रवेश कर चुके हैं, लेकिन कुछ जगह पर बिना सूचना के ही लोग पंचायतों में प्रवेश कर रहे हैं. जिसके चलते पंचायत प्रतिनिधियों ने कड़ा रोष जताया है.
नग्गर विकास खंड के पंचायत प्रधान भी अपनी इसी समस्या को लेकर डीसी कुल्लू से भी मुलाकात की और उन्हें पंचायत स्तर पर पेश आ रही दिक्कतों के बारे में भी बताया. पंचायत प्रधान संघ के अध्यक्ष भगत राम का कहना है कि कई लोग रात के समय क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं और आने की सूचना भी पंचायत को नहीं देते हैं.
भगत राम ने कहा कि ग्रामीण भी उनका सहयोग नहीं कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि रेड जोन से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन लिए भेजा जा रहा है, लेकिन कई ग्रामीणों का घर दूर होने के चलते उन्हें खाने-पीने की दिक्कतें उठानी पड़ रही है. ऐसे में जिला प्रशासन भी इस बारे में बीडीओ को निर्देश जारी करें और एक सर्कुलर भी इसके बारे में जारी किया जाए, ताकि पंचायत प्रतिनिधियों को भी काम करने में आसानी हो सके.
वहीं, डीसी कुल्लू डॉक्टर ऋचा वर्मा ने बताया कि ग्रीन जोन से आने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन होना आवश्यक है. अगर कोई व्यक्ति रेड जोन से जिला में आता है तो उसे 14 दिन के लिए संस्थागत कवारंटाइन में रहना होगा. जहां जिला प्रशासन के द्वारा सभी लोगों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है.
गौरतलब है कि जिला कुल्लू में अभी तक 400 से अधिक लोग प्रवेश कर चुके हैं और स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा बजौरा में उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है. उसके बाद उन्हें क्वारंटाइन के लिए भेजा जा रहा है.
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