कुल्लू: जिला में विकास कार्य देरी से हो रहे हैं, जिसका मुख्य कारण लेट-लतीफ अफसर शाही है. यहां की अफसरशाही को कुल्लू के विकास कार्यों में कोई रुचि नहीं है, जिससे जिला की जनता परेशान हो रही है. ये बात सदर विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही.
सदर विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि यहां जो भी अफसर आते हैं उसे कुल्लू के विकास की ओर कोई झुकाव नहीं होता है और वो यहां सिर्फ अपना समय निकालने के लिए आते हैं. उन्होंने कहा कि कुछ अफसर यहां ऐसी योजनाएं चलाते हैं जिसका ग्रामीण क्षेत्रों के विकास से कोई संबंध नहीं है.
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विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि जिला में कूड़ा निस्तारण के लिए भी एक योजना चलाई गई थी जो पूरी तरह से फ्लॉप हो चुकी है. ऐसे में अफसरशाही को धरातल पर कार्य करना चाहिए, ताकि कूड़े की समस्या से निपटा जा सके. उन्होंने कहा कि मणिकर्ण घाटी के खीरगंगा में रोपवे निर्माण के लिए एक कंपनी इन्वेस्टर्स मीट में भी गई थी, लेकिन वहां कंपनी को सहयोग करने की बजाय प्रदेश सरकार कुछ और ही राग गाती नजर आई. जिससे खीरगंगा रोपवे का विकास कार्य भी लटक गया है.
सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि इस रोपवे के सर्वे के लिए पूर्व की सरकार ने भी विभाग को निर्देश जारी किए थे, लेकिन अभी तक इस बारे कोई भी कार्य नहीं हो हुआ है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सत्ता में आते ही कहा था कि वो भांग को कानूनी तौर से वैध करने के लिए जल्द पॉलिसी लेकर आएंगे, लेकिन अभी तक सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया.
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सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के साथ लगते राज्यों ने इस बारे में पॉलिसी भी तैयार कर ली है. उन्होंने कहा कि भांग के पौधों से कई प्रकार की दवाइयां बनाई जा रही है, लेकिन प्रदेश सरकार अभी तक कोई ठोस कदम नही उठा पाई है.