कुल्लू: जम्मू कश्मीर के केरन सेक्टर में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद जवान बालकृष्ण का कुल्लू में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. इससे पहले शहीद के पार्थिव शरीर को सेना के जवानों ने पठानकोट पहुंचाया जहां से हेलीकॉप्टर के माध्यम से पार्थिव शरीर को मनाली के सासे हेलीपैड पर पहुंचाया गया.
सासे हेलीपैड से सेना के वाहन में पार्थिव शरीर को शहीद के घर ले जाया गया जहां परिजनों सहित अन्य ग्रामीणों ने उसे अंतिम श्रद्धांजलि भी दी. इसके बाद पुलिस व सेना के जवानों ने शहीद बालकृष्ण के शव को कुल्लू के भूतनाथ स्थित श्मशान घाट में लाया जहां सेना व पुलिस कर्मियों ने राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी.
इस दौरान भारत माता की जय, बालकृष्ण अमर रहे के नारों से शहर गूंज उठा. हालांकि, कर्फ्यू के चलते अधिक लोगों को अंतिम क्रिया में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई थी, लेकिन लोग अपने घरों की छतों पर खड़े होकर भी भारत माता की जयकार के नारे लगाते रहे.
शहीद बालकृष्ण के छोटा भाई केहर सिंह जो खुद सेना में जवान है, उसने अपने बड़े भाई की चिता को मुखाग्नि प्रदान की. इस दौरान वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने भी शहीद के परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि शहीद ने आतंकियों से लोहा लेते हुए अपनी जान दी है जो कि भारत के लिए गर्व का विषय है. ऐसे शहीद की शहादत को हमेशा ही याद रखा जाएगा.
वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने शहीद के परिवार को 20 लाख की राशि देने की घोषणा की है जिसमें 5 लाख की राशि जारी कर दी गई है. बाकी राशि भी औपचारिकता पूरी होते ही जारी की जाएगी. वहीं, शहीद बालकृष्ण के भाई केहर सिंह ने कहा कि उन्हें अपने भाई की शहादत पर गर्व है और वह भी चाहते हैं कि वे भी अपने देश की सेवा में काम आए.
वहीं, शहीद बालकृष्ण को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए वन मंत्री गोविंद सिंह के अलावा कुल्लू सदर के विधायक सुंदर सिंह, पूर्व विधायक महेश्वर सिंह, एचपीएमसी के उपाध्यक्ष राम सिंह सहित प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे.
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