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डॉक्टरों की कमी: कांग्रेस का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन, कुल्लू-भुंतर बाजार भी रहा बंद - Congress protest against government

क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू (Regional Hospital Kullu) में डॉक्टरों की कमी को लेकर चल रहा कांग्रेस का धरना-प्रदर्शन अब जन आंदोलन में परिवर्तित हो गया है. विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने (MLA Sunder Singh Thakur) आम जनता की (shortage of doctors in Kullu Hospital) दुखती रग पर हाथ रख कर पूरे जिला में सहानुभूति बटोरी है. लिहाजा अब इस आंदोलन में आम जनता के साथ-साथ विभिन्न संगठन भी जुड़ गए हैं. मंगलवार को कुल्लू से लेकर भुंतर तक सारा शहर बंद रहा. यही नहीं पीपल जातर मेला भी बंद रहा और टैक्सी यूनियन, ऑटो यूनियन व कुल्लू-भुंतर के व्यापार मंडलों ने भी धरने का समर्थन किया.

Regional Hospital Kullu
कुल्लू अस्पताल में डॉक्टरों की कमी
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Published : May 10, 2022, 3:39 PM IST

कुल्लू: सत्तापक्ष के खिलाफ मंगलवार को कुल्लू में माहौल गर्म रहा. जनता सरकार के खिलाफ एकतरफा हो गई है. यही कारण रहा कि कांग्रेस द्वारा आयोजित विशाल धरने में भारी संख्या में लोग पहुंचे और इस धरने ने जन आंदोलन (CONGRESS PROTEST IN KULLU) का रूप लिया. क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में डॉक्टरों की कमी (Regional Hospital Kullu) को लेकर मंगलवार को कुल्लू से लेकर भुंतर तक सारा शहर बंद रहा. यही नहीं पीपल जातर मेला भी बंद रहा और टैक्सी यूनियन, ऑटो यूनियन व कुल्लू-भुंतर के व्यापार मंडलों ने भी धरने का समर्थन किया. लिहाजा सैंकड़ों लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, धरने को समर्थन सीटू ने भी दिया.

भाजपा के नेताओं की निजी अस्पतालों के साथ सांठ-गांठ: धरने को संबोधित करते हुए विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को कुल्लू की जनता जवाब देने वाली है. उन्होंने कहा कि सीएम ने कुल्लू की जनता के प्रति जो मन में कुंठा पाल रखी है उसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार को शर्म नहीं है कि कुल्लू अस्पताल से 8-8 डॉक्टर एक साथ बदले जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए (shortage of doctors in Kullu Hospital) कहा कि भाजपा के नेताओं की निजी अस्पतालों के साथ सांठ-गांठ है और उन्हें निजी अस्पतालों से मोटी कमीशन मिल रही है इसीलिए यहां से विशेषज्ञ डॉक्टरों को बदला जाता है. उन्होंने कहा कि हैरानी इस बात की है कि जबसे भाजपा सरकार बनी है तब से कुल्लू अस्पताल के चारों तरफ बड़े-बड़े निजी अस्पताल बन गए हैं.

कुल्लू अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन

कुल्लू अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाया जाए: उन्होंने कहा कि कुल्लू अस्पताल में सरकारी दवाई की दुकान ऐसी जगह स्थापित की है जहां कोई नहीं जा सकता और न ही किसी की नजर जाती है. उन्होंने कहा कि सरकारी दवाई की दुकान अस्पताल गेट पर होनी चाहिए. इसके अलावा उन्होंने मांग की है कि कुल्लू अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कुल्लू, लाहौल-स्पीति और रामपुर के प्रति सीएम के (shortage of doctors in Kullu Hospital) मन में अच्छी भावना नहीं है और वे इन क्षेत्रों से द्वेषपूर्ण भावना रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है कि कुल्लू के लोग धरने पर बैठते रहते हैं, इसकी कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी.

मांग नहीं मानी तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा: उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को उपचुनाव में जनता एक डोज दे चुकी है और अब शीघ्र ही विधानसभा चुनाव में दूसरी डोज देने जा रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मंगलवार शाम कुल्लू आ रहे थे लेकिन जब उन्हें पता चला कि वहां कांग्रेस का धरना चला है और जनता उन्हें काले झंडे दिखा सकती है तो उन्होंने यहां आना स्थगित किया. उन्होंने कहा कि कुल्लू अस्पताल में हालत खराब है और डॉक्टर न होने (shortage of doctors in Kullu Hospital) की वजह से मरीजों को मजबूरन निजी अस्पतालों में इलाज के लिए जाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जनता लगातार प्रदर्शन कर रही है लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा. गौर रहे कि कुल्लू अस्पताल से एक साथ आठ डॉक्टर बदले गए हैं और दो डॉक्टर छुट्टी पर हैं.

ये भी पढ़ें: KULLU: डॉक्टरों की कमी को लेकर कांग्रेस करेगी प्रदर्शन, कुल्लू से भुंतर बाजार बंद रखने का निर्णय

ये भी पढ़ें: कुल्लू अस्पताल में डॉक्टरों की कमी: कांग्रेस का धरना प्रदर्शन जन आंदोलन में हो रहा परिवर्तित

कुल्लू: सत्तापक्ष के खिलाफ मंगलवार को कुल्लू में माहौल गर्म रहा. जनता सरकार के खिलाफ एकतरफा हो गई है. यही कारण रहा कि कांग्रेस द्वारा आयोजित विशाल धरने में भारी संख्या में लोग पहुंचे और इस धरने ने जन आंदोलन (CONGRESS PROTEST IN KULLU) का रूप लिया. क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में डॉक्टरों की कमी (Regional Hospital Kullu) को लेकर मंगलवार को कुल्लू से लेकर भुंतर तक सारा शहर बंद रहा. यही नहीं पीपल जातर मेला भी बंद रहा और टैक्सी यूनियन, ऑटो यूनियन व कुल्लू-भुंतर के व्यापार मंडलों ने भी धरने का समर्थन किया. लिहाजा सैंकड़ों लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, धरने को समर्थन सीटू ने भी दिया.

भाजपा के नेताओं की निजी अस्पतालों के साथ सांठ-गांठ: धरने को संबोधित करते हुए विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को कुल्लू की जनता जवाब देने वाली है. उन्होंने कहा कि सीएम ने कुल्लू की जनता के प्रति जो मन में कुंठा पाल रखी है उसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार को शर्म नहीं है कि कुल्लू अस्पताल से 8-8 डॉक्टर एक साथ बदले जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए (shortage of doctors in Kullu Hospital) कहा कि भाजपा के नेताओं की निजी अस्पतालों के साथ सांठ-गांठ है और उन्हें निजी अस्पतालों से मोटी कमीशन मिल रही है इसीलिए यहां से विशेषज्ञ डॉक्टरों को बदला जाता है. उन्होंने कहा कि हैरानी इस बात की है कि जबसे भाजपा सरकार बनी है तब से कुल्लू अस्पताल के चारों तरफ बड़े-बड़े निजी अस्पताल बन गए हैं.

कुल्लू अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन

कुल्लू अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाया जाए: उन्होंने कहा कि कुल्लू अस्पताल में सरकारी दवाई की दुकान ऐसी जगह स्थापित की है जहां कोई नहीं जा सकता और न ही किसी की नजर जाती है. उन्होंने कहा कि सरकारी दवाई की दुकान अस्पताल गेट पर होनी चाहिए. इसके अलावा उन्होंने मांग की है कि कुल्लू अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कुल्लू, लाहौल-स्पीति और रामपुर के प्रति सीएम के (shortage of doctors in Kullu Hospital) मन में अच्छी भावना नहीं है और वे इन क्षेत्रों से द्वेषपूर्ण भावना रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है कि कुल्लू के लोग धरने पर बैठते रहते हैं, इसकी कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी.

मांग नहीं मानी तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा: उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को उपचुनाव में जनता एक डोज दे चुकी है और अब शीघ्र ही विधानसभा चुनाव में दूसरी डोज देने जा रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मंगलवार शाम कुल्लू आ रहे थे लेकिन जब उन्हें पता चला कि वहां कांग्रेस का धरना चला है और जनता उन्हें काले झंडे दिखा सकती है तो उन्होंने यहां आना स्थगित किया. उन्होंने कहा कि कुल्लू अस्पताल में हालत खराब है और डॉक्टर न होने (shortage of doctors in Kullu Hospital) की वजह से मरीजों को मजबूरन निजी अस्पतालों में इलाज के लिए जाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जनता लगातार प्रदर्शन कर रही है लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा. गौर रहे कि कुल्लू अस्पताल से एक साथ आठ डॉक्टर बदले गए हैं और दो डॉक्टर छुट्टी पर हैं.

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