कुल्लू: सरकार के वादों से तंग आकर अब रिवर राफ्टिंग से जुड़े युवाओं ने सड़कों पर उतरने का मन बना लिया है. मंगलवार को रिवर राफ्टिंग एसोसिएशन (Kullu River Rafting Association) से जुड़े युवाओं ने डीसी कुल्लू को ज्ञापन सौंपा और प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि अगर 2 दिन के भीतर उनके हक में फैसला नहीं आया, तो मजबूरन सड़कों पर चक्का जाम करना होगा. मंगलवार को कुल्लू रिवर राफ्टिंग एसोसिएशन के सदस्यों ने सरवरी से लेकर ढालपुर तक एक रोष रैली भी निकाली.
जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग रखी कि उन्हें रिवर राफ्टिंग के लिए अनुमति जल्द जारी की जाए. वही, इस दौरान एसोसिएशन से जुड़े सैकड़ों युवा डीसी कार्यालय के बाहर भी धरने पर बैठे रहे. हालांकि डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग (DC Kullu Ashutosh Garg) ने युवाओं को आश्वासन दिया कि इस मामले से संबंधित फाइल को हाई कोर्ट में जमा करवा दिया गया है और 2 दिनों के भीतर इस पर फैसला भी आ जाएगा. ऐसे में अब रिवर राफ्टिंग एसोसिएशन से जुड़े युवा आगामी 2 दिनों का इंतजार कर रहे हैं.
रिवर राफ्टिंग एसोसिएशन कुल्लू के अध्यक्ष श्याम चंद अत्री ने बताया कि राफ्टिंग के बंद होने से 10 हजार लोग बेरोजगार हुए हैं. इससे पहले कोरोना वायरस के कारण भी यह कारोबार बंद रहा और अब जब पर्यटन सीजन चल रहा है, तो सरकार व प्रशासन की लापरवाही के चलते युवा बेरोजगार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बारे मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा गया, लेकिन हाईकोर्ट का मामला बताकर हर बार उनकी बात को अनसुना किया जा रहा है.
कोर्ट में इस मामले से संबंधित सभी दस्तावेज पेश करने की प्रक्रिया भी प्रशासन को ही पूरी करनी है. उन्होंने कहा कि 2 दिनों के भीतर अगर कुल्लू में राफ्टिंग का कार्य शुरू नहीं हुआ, तो मजबूरन उन्हें चक्का जाम करना होगा. वहीं, अगर दस्तावेज जमा करने में प्रशासन को राफ्टिंग एसोसिएशन (kullu river rafting ) की मदद चाहिए, तो वे इसके लिए मदद करने के लिए भी तैयार हैं.
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