कुल्लू: साइलेंसर चोरी मामले में कुल्लू पुलिस ने अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश (kullu police expose gangs) किया है. वहीं, पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. चारों आरोपियों पर इसी तरह के तीन मामले पहले भी दिल्ली में दर्ज हैं. आरोपियों को कुल्लू लाया गया और अब उन्हें अदालत में पेश करने की प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है.
कुल्लू पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 13 दिसंबर को बजौरा में एक कार का साइलेंसर और उसमें फिक्स्ड एक कीमती धातु के चोरी (silencers thief gang kullu) होने का मामला सामने आया था. शिकायतकर्ता आशीष चोपड़ा ने भुंतर पुलिस में इसकी शिकायत की थी. वहीं चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने घटना का बारीकी से निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सड़क किनारे लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से एक दिल्ली नंबर की गाड़ी को चिन्हित किया.
भुंतर थाना प्रभारी सुनील कुमार के निर्देश पर एक टीम दिल्ली में गाड़ी के मालिक का पता करने के लिए निकली तो उन्हें पता चला कि उक्त गाड़ी के मालिक ने यह गाड़ी किसी और को बेच दी है. ऐसे में पुलिस ने दूसरे गाड़ी मालिक को दिल्ली के बुध विहार इलाके से गिरफ्तार किया. ऐसे में आरोपियों को कुल्लू लाया गया और अब उन्हें अदालत में पेश करने की प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है.
कुल्लू पुलिस के मुताबिक पूछताछ के दौरान इस गिरोह ने यह बताया कि साइलेंसर में लगे हुए डस्ट पार्टिकल में प्लैटिनम और पैलेडियम जैसे महंगे मेटल होते हैं. इन्हें यह लोग केमिकल्स के जरिए अलग कर लेते थे और फिर उन मेटल्स को बाजार में अच्छी कीमतों पर बेच देते थे. इतना ही नहीं डस्ट पार्टिकल अलग होने के बाद साइलेंसर भी चोरी के बाजार में अच्छी कीमतों पर बिक जाते हैं. यही वजह है कि यह लोग गाड़ियों के साइलेंसर चुराते थे जिसे बेचने पर पकड़े जाने का भी खतरा कम रहता था.
एसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया कि आरोपी की पहचान अभिषेक कुमार, नरेंद्र, साहिल नारंग व विपिन निवासी दिल्ली के रूप में हुई है. आरोपी इन साइलेंसर व उसमें लगी धातु को आगे किसे बेचते थे इसके बारे में भी छानबीन की जा रही है, ताकि आरोपियों के द्वारा चोरी किए जाने के मकसद के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिल सके.