कुल्लू: ढालपुर में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का शुभारंभ किया जाएगा.वहीं, 7 दिनों तक घाटी के सैकड़ों देवी- देवता अपने अपने अस्थाई शिविरों में विराजमान रहेंगे. वीरवार शाम तक अधिकतर देवी -देवता ढालपुर मैदान पहुंच जाएंगे. वहीं ,शुक्रवार सुबह भगवान रघुनाथ के दर्शन भी करेंगे. इसके अलावा 7 दिनों तक ढालपुर मैदान देवभूमि हो जाएगा देवी -देवता भी आपस में देव मिलन की पुरानी परंपरा को निभाएंगे.
जिले के देवी-देवता कारदार संघ के पदाधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार देवालयों से निकलने वाले देवताओं में करोड़ों की संपति के मालिक जिले के सबसे धनी देवता खुड़ीजल, देवता पुंइर, शृंगा ऋषि, देवता जमदग्नि, लोमस ऋषि, देवता छमाहू सहित अन्य शामिल हैं. देवी-देवताओं के देव मिलन के लिए निकलने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय दशहरे की ढालपुर में तैयारियां पूरी हो गई है.
देव प्रतिनिधियों से जानकारी के अनुसार सभी देवी-देवता कुल्लू पहुंचने से पहले वीरवार को हारियानों द्वारा उनके सम्मान में रखे कार्यक्रमों में शामिल हुए और देवलुओं ने भंडारा भी चखा. इनके पारंपरिक पड़ावों पर भी खास व्यवस्था हारियानों द्वारा की गई. जिला कारदार संघ के अध्यक्ष जयचंद ठाकुर के अनुसार देवी-देवताओं की उत्सव के लिए रवानगी का सिलसिला आरंभ हो गया और अपने शेड्यूल के अनुसार सभी देवता निकल रहे हैं. उनके अनुसार जिला प्रशासन को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया है. अब शुक्रवार शाम को आयोजित होने वाली अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के रथ यात्रा में सैकड़ों देवी-देवताओं के दर्शन श्रद्धालुओं द्वारा किए जाएंगे.
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