कुल्लूः हिमाचल पथ परिवहन निगम में परिचालक के पद पर कार्यरत शंकर दास को संघ विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर संघ ने कार्रवाई अमल में लाई है. इस मामले में हिमाचल परिवहन मजदूर संघ ने शंकर दास को पद से निष्कासित कर दिया है. वहीं, कुल्लू पुलिस में भी धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज करवाया गया है.
हिमाचल पथ परिवहन निगम शिमला में कार्यरत परिचालक शंकरदास वर्तमान में अपने आपको हिमाचल परिवहन मजदूर संघ का फर्जी प्रदेश अध्यक्ष बनकर अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहा है.
जोकि ट्रेंड यूनियन के नाम पर धब्बा है. कुल्लू में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए HRTC संघ के प्रदेश महामंत्री राजकुमार रतन नेबताया कि साल 2015 में शंकर दास को संघ का अध्यक्ष चुना गया तो परिवहन कर्मचारियों ने उम्मीद जताई थी कि वह उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे.
अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने HRTC हमीरपुर के निरीक्षक के साथ हाथापाई की जिसके चलते उनके ऊपर पुलिस में मामला भी दर्ज किया गया. उसके बाद उन्होंने सरकाघाट में भी प्रबन्धक के साथ मारपीट की.
वहीं, उन्होंने संघ के पदाधिकारियों को इस मामले में शामिल कर उन्हें बलि का बकरा बना दिया उन्होंने कहा कि शंकरदास पहले ऐसे अध्यक्ष रहे हैं. जिन्हें उन्हीं के कार्यक्रम में महिलाओं ने स्टेज पर जूते से पिटाई की गई ऐसे में संघ की छवि भी धूमिल हुई है.
उनका कहना है कि संघ विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण उन्हें संघ से निष्कासित कर दिया गया और संघ के त्रैवार्षिक अधिवेशन में जसमेर सिंह राणा को प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है.
राजकुमार रत्नराजकुमार ने बताया कि परिवहन मजदूर संघ के नाम का इस्तेमाल कर संघ छवि को खराब करने के बारे में कुल्लू पुलिस में भी मामला दर्ज करवाया गया है. वहीं, किसी भी संगठन का पदाधिकारी ना होने के चलते निगम प्रबंधन से भी आग्रह है कि वह उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी अमल में लाए.
बता दें कि शंकरदास इससे पहले भी कई मामलों में सुर्खियों पर बने रहे और अब परिवहन मजदूर संघ ने उन पर कार्यवाही करते हुए अध्यक्ष पद से हटा दिया है.
ये भी पढ़ेंः HRTC बस हादसे की होगी जांच, खस्ताहाल सड़कों के सवाल पर परिवहन मंत्री ने दिया बड़ा बयान