कुल्लू: हिमाचल प्रदेश हैंडीक्राफ्ट हैंडलूम उपाध्यक्ष संजीव कटवाल ने शरण गांव का दौरा किया. शरण गांव देश के 10 हैंडलूम गांव में से एक है. हाल ही में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने देश के10 गांवों को हथकरघा गांव के दर्जे से नवाजा है.
शरण गांव के अलावा जम्मू-कश्मीर, केरल, गुजरात, उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान के गांवों को भी शामिल किया गया है. शरण के दौरे के दौरान संजीव कटवाल ने स्थानीय लोगों से बात करते हुए कहा कि देश के 10 हथकरघा गांव के रूप में उभरने से यहां के पारम्परिक परिधानों व ग्रामीण वेशभूषा को भी नई पहचान बनाने का मौका मिलेगा, जिससे एक और पारम्परिक बुनकरों की छुपी प्रतिभा दुनिया के सामने आएगी. वहीं, गांव में पर्यटकों की चहल-पहल बढ़ने व एक सुदृढ़ मंच मिलने से गांव की आर्थिकी भी गति पकड़ेगी.
कटवाल ने कहा कि प्रदेश बीजेपी प्रभारी रहते हुए पीएम मोदी ने भी समूचे क्षेत्र का भ्रमण किया है. वह समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए कृतसंकल्प हैं. देश की पारम्परिक हस्तकला व हथकरघा विलुप्त न हो. इसके लिए उसका संरक्षण निहायत आवश्यक है, जिस पर केंद्र सरकार की ओर से अनूठा प्रयास किया गया है.
देश के पारम्परिक परिधानों के बुनकरों को उत्साहित करने व उनकी कला को निखारने के लिए केंद्र सरकार ने हथकरघा गांव विकसित करने की तरफ बढ़ाया गया कदम प्रशंसनीय है.हथकरघा गांव के विकसित हो जाने से सरकार ऐसे गांव तक पर्यटकों व व्यापारियों की पहुंच सुगम करने के लिए कई प्रभावशाली कदम उठाएगी, जिससे ऐसे गांव विश्व मानचित्र पर अमिट छाप छोडें.
संजीव कटवाल ने कहा कि पारम्परिक परिधानों की देश विदेश के बाजार में अच्छी मांग है. उन्होंने कहा कि वोकल फॉर लोकल का नारा भी इस परियोजना पर स्टीक बैठता है. प्रदेश की जयराम सरकार भी केंद्र के निर्णय का स्वागत करती है. प्रदेश में एकमात्र हथकरघा गांव के रूप में शरण गांव को चुनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी का प्रदेश सरकार दिल से आभार करती है.
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