कुल्लू : सवर्ण आयोग के गठन को लेकर जहां अप्रैल माह में शिमला में सवर्ण समाज से जुड़े लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था. वहीं, प्रदेश सरकार ने भी उन्हें 3 माह के भीतर आयोग के गठन का आश्वासन दिया था, लेकिन 3 माह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी सरकार इस दिशा में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा पाई. ऐसे में हिमाचल प्रदेश में सवर्णों की मांगों को उठा रहे हैं.
बता दें कि सामान्य वर्ग संयुक्त मंच के पदाधिकारियों ने इस इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रपति से भी मिलने की मांग रखी है. कुल्लू में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सामान्य वर्ग संयुक्त मंच के प्रदेश युवा प्रभारी जितेंद्र राजपूत ने बताया कि इन दिनों राष्ट्रपति शिमला के दौरे पर हैं और शनिवार को मंच के पदाधिकारी राष्ट्रपति के साथ थी मुलाकात की जाएगी, ताकि जल्द से जल्द प्रदेश में सवर्ण आयोग का गठन किया जा सके.
जितेंद्र राजपूत का कहना है कि प्रदेश में 75 प्रतिशत लोग सवर्ण समाज से संबंध रखते हैं और उनकी कई समस्याएं हैं. जिनके निपटाने के लिए सवर्ण आयोग का गठन होना काफी जरूरी, लेकिन प्रदेश के राजनीतिक दल इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे. ऐसे में अगर आने वाले समय में सवर्ण आयोग का गठन नहीं किया गया तो सवर्ण समाज चुनावों का बहिष्कार भी कर सकता है.
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