कुल्लूः प्रदेश सरकार ने कर्फ्यू के दौरान बागबानों व किसानों को अपने खेत बगीचों में काम करने की इजाजत तो दे दी है, लेकिन कुल्लू में किसानों व बागबानों को इन निर्देशों पर संशय बना हुआ है, कि किसानों व बागवानों को अपने खेत बगीचों तक वाहन में पहुंचने के लिए प्रशासन से अभी तक अनुमति नहीं मिल ही है.
जिसके चलते कृषि व बागवानों के कार्यो में रुकावट आ रही हैं. कुल्लू में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक महेश्वर सिंह ने कहा कि इन दिनों बगीचों में स्प्रे का दौर चला हुआ है और कुछ किसान बागवान ऐसे हैं. जिनका घर अपने बगीचे से कई किलोमीटर दूर हैं, ऐसे में जब वह अपने वाहन में सवार होकर अपने बगीचों का रुख करते हैं, तो नाकों पर पुलिसकर्मी उनसे अनुमति मांगती है.
जबकि ऐसी कोई भी अनुमति किसी भी विभाग के ने अभी तक नहीं दी है. ऐसे में सरकार के जारी आदेशों पर किसानों व बागवानों को संशय बना हुआ है. वहीं, महेश्वर सिंह ने कहा कि कुल्लू में कर्फ्यू के दौरान अगर किसी व्यक्ति को प्रशासन से कोई जानकारी चाहिए तो वह समय पर नहीं मिल पा रही है. कर्फ्यू के दौरान कुल्लू में एक-दो ही अधिकारी कार्य करते हुए नजर आ रहे हैं और ऐसा लगता है कि सारा ही बोझ इन दोनों अधिकारियों पर है.
महेश्वर सिंह ने कहा ऐसे में डीसी कुल्लू को भी यह तय करना चाहिए कि कौन सी जिम्मेवारी किस अधिकारी को देनी हैं. ताकि लोग उन अधिकारियों से संपर्क कर अपनी समस्या का निराकरण कर सकें.
बाता दें कि जिला कुल्लू में इन दिनों कृषि कार्य तेजी से चला हुआ है. लेकिन बागवानों को वाहन की अनुमति न मिलने के चलते कृषि व बागवानी कार्यो में देरी हो रही है. जिसका आने वाले दिनों में किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा.