किन्नौर: जिला किन्नौर के मूरंग तहसील के तहत जंगी गांव के दुर्लभ चिलगोजे के जंगलों में 11 जून को लगी आग पर आज काबू पा लिया गया (FIRE CONTROLLED IN CHILGOZA FOREST) है. चार दिन से जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए जंगी के ग्रामीणों, आसपास के पंचायत के लोगों आईटीबीपी, होमगार्ड, सेना, सीआईएसएफ, वन विभाग, जेएसडब्ल्यू, टिढोंग परियोजना द्वारा मिलकर सहयोग किया (CHILGOZA FOREST IN JANGI VILLAGE) गया. वहीं आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. इसके लिए जिला प्रशासन ने आगजनी के कारण ढूंढने के लिए कमेटी का गठन भी किया है.
बता दें, विभाग द्वारा आग पर काबू तो पा लिया गया है लेकिन अभी भी जंगल के कुछ हिस्सों मे धुआं और छोटी-छोटी चिंगारियों को बुझाने के प्रयास जारी है. डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि जंगी के चिलगोजे के जंगलों में लगी आग पर लगभग काबू पाया गया (FIRE CONTROLLED IN KINNAUR) है और अब जंगल के कुछ ऐसे हिस्से जहां पर धुंआ या फिर बड़े-बड़े चट्टानों के आसपास आग की चिंगारीया है उसे बुझाने के प्रयास किये जा रहे हैं.
डीसी ने कहा कि जंगी गांव के जंगल के बड़े हिस्से में आग लगी थी. जिसकी चपेट में आने से लाखों के चिलगोजे के पेड़ जले है और अन्य वन संपदा जलकर राख हो गई (JANGI VILLAGE OF KINNAUR) है. आंकलन के लिए संबंधित राजस्व विभाग के अधिकारियो को मौके पर जाने के निर्देश दिए है ताकि नुकसान का आंकलन किया जा सके. उन्होंने कहा कि लंबे समय से जिले में सूखा पड़ा हुआ है. जिसके चलते जंगी के जंगलों में लगी आग बहुत तेजी से सुलगी और आग पर काबू पाने में करीब चार दिन लग गए.
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