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सैलानियों के लिए जरूरी खबर, रोहतांग दर्रा जाने के लिए गाड़ियों पर फास्टैग अनिवार्य

अब विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रा का दीदार सैलानियों के लिए आसान नहीं होंगे. अब सैलानियों को मनाली आने के लिए अपने वाहनों में फास्टैग लगाना अनिवार्य होगा. विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रा की खूबसूरती को बचाने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा यहां कुछ बंदिशें लगाई गई हैं. जिसके तहत ऑनलाइन माध्यम से पर्यटकों को दर्रे पर जाने के लिए अनुमति लेनी होती है.

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Published : Sep 8, 2021, 2:22 PM IST

Updated : Jan 4, 2022, 6:40 PM IST

कुल्लू: देश-दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर पर्यटन नगरी मनाली के दीदार अब सैलानियों के लिए आसान नहीं होंगे. वहीं, एनजीटी के आदेशों के बाद भी गुपचुप रोहतांग दर्रा जाना सैलानियों के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि अब प्रशासन के द्वारा रोहतांग दर्रा के दीदार के लिए एनजीटी के बैरियर पर आईटीएमएस के तहत सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे. अगर किसी वाहन में फास्टैग नहीं लगा होगा तो वो भी बैरियर से आगे नहीं जा पाएगा.

ऐसे में अब विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रा का दीदार सैलानियों के लिए आसान नहीं होंगे. अब सैलानियों को मनाली आने के लिए अपने वाहनों में फास्टैग लगाना अनिवार्य होगा. विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रा की खूबसूरती को बचाने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा यहां कुछ बंदिशें लगाई गई हैं. जिसके तहत ऑनलाइन माध्यम से पर्यटकों को दर्रे पर जाने के लिए अनुमति लेनी होती है. रोहतांग वेबसाइट में एक दिन में 1200 गाड़ियों को ही दर्रे पर जाने की अनुमति मिलती है. जिसमें 800 गाड़ियां पेट्रोल और 400 गाड़ियां डीजल की शामिल हैं.

वीडियो

हालांकि इस सिस्टम के बाद भी प्रशासन को एनजीटी के गुलाबा बैरियर में गाड़ियों की आवाजाही में हेराफेरी की शिकायत मिल रही थी. जिसे ध्यान में रखते हुए अब ग्रीन टैक्स बैरियर में इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे. इन कैमरों में गाड़ी की नम्बर प्लेट को भी दर्ज किया जाएगा. इसके अलावा ग्रीन टैक्स बैरियर पर बूम बैरियर भी स्थापित किए जाएंगे, जो ऑनलाइन माध्यम से फास्टैग के साथ जोड़े जाएंगे. इस तकनीक का यह फायदा होगा कि इस बैरियर से रोहतांग दर्रा जाने वाले वाहनों की भी निगरानी होगी और बैरियर पर हो रही धांधली पर भी रोक लग सकेगी.

गौर रहे कि पर्यटन सीजन के दौरान रोहतांग दर्रा जाने वाले वाहनों की संख्या काफी अधिक होती है. ऐसे में एनजीटी के नियमों के अनुसार प्रशासन मात्र 12 सौ वाहनों को ही रोजाना रोहतांग दर्रा भेजता है. कई बार प्रशासन को शिकायत मिली कि कुछ बिचौलिए ऑनलाइन परमिट में भी हेराफेरी कर पर्यटकों को दोगुना किराए में रोहतांग दर्रे की सैर करवा रहे हैं. ऐसे में अब पर्यटक भी रोहतांग दर्रा के दीदार के लिए बिचौलियों की मदद नहीं ले पाएंगे और प्रशासन भी इस ग्रीन टैक्स बैरियर पर लगे कैमरों व फास्टैग के माध्यम से सभी वाहनों की एंट्री पर पूरी नजर रख सकेगा.

वहीं, पर्यटन अधिकारी राजेश भंडारी का कहना है कि जिला प्रशासन ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. जल्द ही ग्रीन टैक्स बैरियर पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे और फास्टैग को भी अनिवार्य किया जाएगा. रोहतांग दर्रे पर एनजीटी के आदेशों की भी पूरी तरह से पालन की जाएगी.


ये भी पढ़ें :दिल्ली दौरे पर सीएम जयराम, राष्ट्रपति और PM से करेंगे मुलाकात

ये भी पढ़ें :केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को बड़ी जिम्मेदारी, यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सह-प्रभारी नियुक्त

कुल्लू: देश-दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर पर्यटन नगरी मनाली के दीदार अब सैलानियों के लिए आसान नहीं होंगे. वहीं, एनजीटी के आदेशों के बाद भी गुपचुप रोहतांग दर्रा जाना सैलानियों के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि अब प्रशासन के द्वारा रोहतांग दर्रा के दीदार के लिए एनजीटी के बैरियर पर आईटीएमएस के तहत सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे. अगर किसी वाहन में फास्टैग नहीं लगा होगा तो वो भी बैरियर से आगे नहीं जा पाएगा.

ऐसे में अब विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रा का दीदार सैलानियों के लिए आसान नहीं होंगे. अब सैलानियों को मनाली आने के लिए अपने वाहनों में फास्टैग लगाना अनिवार्य होगा. विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रा की खूबसूरती को बचाने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा यहां कुछ बंदिशें लगाई गई हैं. जिसके तहत ऑनलाइन माध्यम से पर्यटकों को दर्रे पर जाने के लिए अनुमति लेनी होती है. रोहतांग वेबसाइट में एक दिन में 1200 गाड़ियों को ही दर्रे पर जाने की अनुमति मिलती है. जिसमें 800 गाड़ियां पेट्रोल और 400 गाड़ियां डीजल की शामिल हैं.

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हालांकि इस सिस्टम के बाद भी प्रशासन को एनजीटी के गुलाबा बैरियर में गाड़ियों की आवाजाही में हेराफेरी की शिकायत मिल रही थी. जिसे ध्यान में रखते हुए अब ग्रीन टैक्स बैरियर में इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे. इन कैमरों में गाड़ी की नम्बर प्लेट को भी दर्ज किया जाएगा. इसके अलावा ग्रीन टैक्स बैरियर पर बूम बैरियर भी स्थापित किए जाएंगे, जो ऑनलाइन माध्यम से फास्टैग के साथ जोड़े जाएंगे. इस तकनीक का यह फायदा होगा कि इस बैरियर से रोहतांग दर्रा जाने वाले वाहनों की भी निगरानी होगी और बैरियर पर हो रही धांधली पर भी रोक लग सकेगी.

गौर रहे कि पर्यटन सीजन के दौरान रोहतांग दर्रा जाने वाले वाहनों की संख्या काफी अधिक होती है. ऐसे में एनजीटी के नियमों के अनुसार प्रशासन मात्र 12 सौ वाहनों को ही रोजाना रोहतांग दर्रा भेजता है. कई बार प्रशासन को शिकायत मिली कि कुछ बिचौलिए ऑनलाइन परमिट में भी हेराफेरी कर पर्यटकों को दोगुना किराए में रोहतांग दर्रे की सैर करवा रहे हैं. ऐसे में अब पर्यटक भी रोहतांग दर्रा के दीदार के लिए बिचौलियों की मदद नहीं ले पाएंगे और प्रशासन भी इस ग्रीन टैक्स बैरियर पर लगे कैमरों व फास्टैग के माध्यम से सभी वाहनों की एंट्री पर पूरी नजर रख सकेगा.

वहीं, पर्यटन अधिकारी राजेश भंडारी का कहना है कि जिला प्रशासन ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. जल्द ही ग्रीन टैक्स बैरियर पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे और फास्टैग को भी अनिवार्य किया जाएगा. रोहतांग दर्रे पर एनजीटी के आदेशों की भी पूरी तरह से पालन की जाएगी.


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Last Updated : Jan 4, 2022, 6:40 PM IST
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