कुल्लूः प्रदेश में न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी संघ के आह्वान पर हिमाचल के सभी कार्यालयों में कर्मचारियों की ओर से पेन डाउन स्ट्राइक शुरू की गई है. इसी क्रम में कुल्लू में भी कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है. जिला कुल्लू के डीसी कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों ने भी 2 घंटे की हड़ताल की. उन्होंने इस दौरान पुरानी पेंशन नीति को बहाल करने की मांग उठाई.
कर्मचारियों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश के हजारों कर्मचारी जिनकी नियुक्ति मई 2003 के बाद हुई है, उन्हें नाममात्र की पेंशन मिलती है. हाल ही में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को जिनका वेतन 50 से 60 हजार रुपये प्रतिमाह है, उन्हें सिर्फ दो से तीन हजार रुपये पेंशन मिल रही है. इसी को लेकर कर्मचारियों ने संघर्ष का मोर्चा खोल दिया है.
कर्मचारियों को मिल रही कम पेंशन
कुल्लू में न्यू पेशन स्कीम कर्मचारी संघ के महासचिव तापे राम का कहना है कि आज के समय में प्रदेश सरकार में नेता मंत्रियों व सांसदों को रोजाना पेंशन व भत्ते बढ़ाए जाने की प्रक्रिया की जा रही है, जबकि सरकारी कर्मचारी इसके बिल्कुल उलट है. सरकारी कर्मचारी जब रिटायर होकर अपने घर जाता है तो उसे बहुत कम पेंशन दी जाती है.
पेंशन सिर्फ आर्थिक ही नहीं समाजिक मुद्दा भी
इससे उसका सामाजिक दायित्व पूरा करना काफी मुश्किल हो जाता है. बुढ़ापे में बीमारियों के लिए उसके पास दवा के लिए भी पैसे नहीं होते हैं. ऐसे में एक देश में दो तरह के कानून रखना बिल्कुल गलत है और सरकारी कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन स्कीम के फायदे दिए जाने चाहिए.
ऐसे में सरकारी कर्मचारियों ने सरकार से आग्रह किया कि सभी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की जाए. यह न केवल आर्थिक मुद्दा है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा का भी मामला है.
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