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पहले ही ट्रायल में हांफ गई लारजी धामण पेयजल योजना, ठेकेदार हुए मालामाल

बंजार उपमंडल के लारजी पंचायत पहले ही ट्रायल में हांफ गयी लारजी धामण पेयजल योजना. पेयजल योजना के मुख्य स्टोर टैंक में 95 फीसदी पानी लीक हो रहा है.

लारजी धामण पेयजल योजना
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Published : Jul 31, 2019, 11:08 AM IST

कुल्लू: बंजार उपमंडल के लारजी पंचायत के पहले ही ट्रायल में हांफ गयी लारजी धामण पेयजल योजना. विभाग ने लारजी पंचायत के धामण लारजी आदि गांव की प्यास बुझाने के लिए करीब 44 लाख रुपये की योजना तैयार की थी. विभाग ने नियम कायदे कानून को दरकिनार करके ठेकेदार को मालामाल करने का मसौदा तैयार किया है.

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बता दें कि विभाग की नाकामी के चलते पानी का स्टोर टैंक कई जगह से लीक हो रहा है. इस कारण पीने का पानी पेयजल लाइन में नहीं पहुंच पा रहा है. ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर से मांग की है कि धामण लारजी पेयजल योजना में कोताही बरतने वाले विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितताओं पर उच्च स्तरीय जांच की मांग भी रखी है.

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दरअसल पेयजल योजना धामण लारजी में करीब 44 लाख रुपये खर्च होने के बावजूद भी सैकड़ों ग्रामीण प्यासे हैं. विभाग की लापरवाही के चलते इस योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं बल्कि योजना में काम करने वाले ठेकेदार मालामाल हो गए हैं.

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लोगों का आरोप है कि ठेकेदारों ने निर्माण कार्य में कोताही बरती है जिस कारण पेयजल योजना के मुख्य स्टोर टैंक में 95 फीसदी पानी लीक हो रहा है. बंजार कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता डोला सिंह महंत ने विभाग से मांग की है कि उक्त पेयजल योजना की उच्च स्तरीय जांच की जाए.

आईपीएच विभाग के अधीक्षण अभियंता दिवेश भारद्वाज ने कहा है कि मामला अभी ध्यान में आया है. निर्माण कार्य में अगर कोताही बरती गई है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

कुल्लू: बंजार उपमंडल के लारजी पंचायत के पहले ही ट्रायल में हांफ गयी लारजी धामण पेयजल योजना. विभाग ने लारजी पंचायत के धामण लारजी आदि गांव की प्यास बुझाने के लिए करीब 44 लाख रुपये की योजना तैयार की थी. विभाग ने नियम कायदे कानून को दरकिनार करके ठेकेदार को मालामाल करने का मसौदा तैयार किया है.

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बता दें कि विभाग की नाकामी के चलते पानी का स्टोर टैंक कई जगह से लीक हो रहा है. इस कारण पीने का पानी पेयजल लाइन में नहीं पहुंच पा रहा है. ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर से मांग की है कि धामण लारजी पेयजल योजना में कोताही बरतने वाले विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितताओं पर उच्च स्तरीय जांच की मांग भी रखी है.

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दरअसल पेयजल योजना धामण लारजी में करीब 44 लाख रुपये खर्च होने के बावजूद भी सैकड़ों ग्रामीण प्यासे हैं. विभाग की लापरवाही के चलते इस योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं बल्कि योजना में काम करने वाले ठेकेदार मालामाल हो गए हैं.

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लोगों का आरोप है कि ठेकेदारों ने निर्माण कार्य में कोताही बरती है जिस कारण पेयजल योजना के मुख्य स्टोर टैंक में 95 फीसदी पानी लीक हो रहा है. बंजार कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता डोला सिंह महंत ने विभाग से मांग की है कि उक्त पेयजल योजना की उच्च स्तरीय जांच की जाए.

आईपीएच विभाग के अधीक्षण अभियंता दिवेश भारद्वाज ने कहा है कि मामला अभी ध्यान में आया है. निर्माण कार्य में अगर कोताही बरती गई है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Intro:कुल्लू
आईपीएच विभाग का देखो कमाल ठेकेदार हो गए मालामाल
पहले ही ट्रायल में हांफ गयी लारजी धामण पेयजल योजना
विभाग ने44लाख खर्चे फिर भी ग्रामीण प्यासे, उच्च स्तरीय जांच की उठी मांग Body:
जल है तो कल है और स्वच्छ पेयजल जैसे स्लोगन देने वाला सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की असली तस्वीर बजार उपमंडल के लारजी पंचायत में देखने को मिल रही है। जहां विभाग ने नियम कायदे कानून को दरकिनार कर ठेकेदार को मालामाल करने का मसौदा तैयार किया है। यही नहीं विभाग ने लारजी पंचायत के धामण लारजी आदि गांव की प्यास बुझाने के लिए करीब44 लाखों रुपए की योजना तैयार की। ,लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते उक्त पेयजल योजना पहले ही चरण में हांफ गई है। हैरानी वाली बात यह है कि मीडिया की टीम ने जब उक्त पेयजल योजना साइट का दौरा किया तो देखा कि विभाग की नाकामी के चलते पानी का स्टोर टैंक कई जगह से लीक चल रहा है। जबकि पीने का पानी पेयजल लाइन में नहीं पहुंच पा रहा है। जब इस बारे विभाग के अधिकारियों से पूछना चाहा तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। लिहाजा विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। थके हारे ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर से मांग की है कि धामण लारजी पेयजल योजना में कोताही बरतने वाले विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है तथा निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितताएं पर उच्च स्तरीय जांच की मांग भी रखी है। गौर रहे कि उठाऊ पेयजल योजना धामण लारजी में करीब 44 लाख रुपए खर्च होने के बावजूद भी सैकड़ों ग्रामीण प्यासे हैं । विभाग की लापरवाही के चलते इस योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं बल्कि उक्त योजना में काम करने वाले ठेकेदार मालामाल हो गए हैं। भले ही विभाग ने 5 वर्षों बाद उक्त योजना का निर्माण कार्य पूर्ण किया हो लेकिन विभाग के पहले ट्रायल में ही यह योजना हाफ गई है। लोगों का आरोप है कि ठेकेदारों ने निर्माण कार्य में कोताही बरती है जिस कारण उठाऊं पेयजल योजना के मुख्य स्टोर टैंक में 95 फ़ीसदी पानी लीकेज हो रहा है। बजार कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता डोला सिंह महंत ने विभाग से मांग की है कि उक्त पेयजल योजना की उच्च स्तरीय जांच की जाए। उन्होंने बताया कि अगर अभी भी विभाग कुंभकरण की निंद्रा से नहीं जागा तो मजबूरन उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा। बहरहाल उठाउं पेयजल योजना धामण लारजी सवालों के घेरे में घिर गई है। पहले ही ट्रायल में उक्त योजना हांफ गई है जिसका खामियाजा लारजी पंचायत के सैकड़ों लोगों को भुगतना पड़ रहा है। Conclusion:वही, आईपीएच विभाग के अधीक्षण अभियंता दिवेश भारद्वाज का कहना है कि मामला अभी ध्यान में आया है। निर्माण कार्य में अगर कोताही बरती गई है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी
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