लाहौल स्पीति: हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों से हो रही बारिश के चलते जहां करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं, जिला लाहौल स्पीति के उदयपुर मंडल में भी बादल फटने से नालों में बाढ़ (Cloud burst in mayad valley) आ गई, जिसके चलते लोगों की फसलों को भी नुकसान हुआ है. हालांकि नाले में बाढ़ आने के चलते कोई जानी नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन कई सड़कें भी इससे प्रभावित हुई हैं.
जानकारी के अनुसार बाढ़ आने से ग्रामीणों के खेतों में पानी घुस गया. साथ ही सड़क को भी नुकसान पहुंचा है. जगह-जगह सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं. बादल फटने की घटना से मयाड़ घाटी के ग्रामीण सहम उठे हैं. पिछले साल भी अगस्त में बादल फटने से ग्रामीणों को भारी नुकसान झेलना पड़ा था. अब फिर से बादल फटने से ग्रामीणों को नुकसान हुआ है.
लाहौल स्पीति डीडीएमए के अनुसार मयाड़ घाटी में बादल फटने से करपट घोट नाला, शकोली नाला और चांगुट के बिग्गी नाले में बाढ़ आ गई.बाढ़ से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन खेतों में बाढ़ का पानी घुस गया है और सड़क को भी नुकसान पहुंचा है. लोक निर्माण विभाग (Public Works Department Lahaul Spiti) के अनुसार घाटी में जगह जगह भूस्खलन भी हुआ है. खेतों में पानी घुसने से फसलों को भी नुकसान हुआ है.
वहीं, लोक निर्माण विभाग सड़क बहाल करने में जुट गया है. विभाग की ओर से राहत कार्य तेज कर दिया गया है. एसडीएम उदयपुर निशांत तोमर ने बताया बादल फटने से मयाड़ घाटी के नालों में बाढ़ आई है. उन्होंने कहा कि जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन ग्रामीणों के खेतों सहित सड़क को नुकसान पहुंचा है. इसके साथ उन्होंने कहा हालात पर नजर रखी जा रही है. राजस्व विभाग नुकसान का जायजा ले रहा है. ग्रामीणों को नालों किनारे न जाने की सलाह भी दी गई है.
बता दें कि लाहौल घाटी में बीते वर्ष भी बादल फटने से भारी तबाही (Cloud burst in lahaul spiti) मची थी. सड़क पर मलबे में एक वाहन फंसा हुआ था, जिसे निकालने की कोशिश में लोग लगे हुए थे. इस दौरान बादल फटने के कारण अचानक बाढ़ आ जाने से आठ लोग बह गए थे. इनमें बीआरओ के दो जवान भी शामिल थे, जिनके शव भी कई दिनों बाद मिल पाए थे.