कुल्लूः जिला के मणिकर्ण घाटी की बराधा शांगचन सड़क इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. सड़क बीते 20 सालों से खस्ता हालत में है. ग्रामीण लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों, सरकार और नेताओं के चक्कर काट रहे हैं.
वहीं, ग्रामीणों ने सरकार से अंतिम बार गुहार लगाई है. ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा है कि सड़क का मरम्मत कार्य जल्द शुरू किया जाए. गौर रहे कि बीते 20 वर्षों से यह सड़क खस्ताहालत में है. किसानों और बागवानों को इस सड़क की वजह से भारी नुकसान हो रहा है. सड़क की खराब हालत के कारण किसानों की फसलें भी बर्बाद हो रही हैं. साथ ही आमजन को भी ज्यादा किराया देकर सफर करना पड़ रहा है.
पार्वती वैली युवा समिति के अध्यक्ष बृजेन्द्र शर्मा ने कहा कि बीते 20 सालों से वराधा शांगचन सड़क खस्ताहाल में है. 1998 में सड़क का काम शुरू हुआ और 1999 में खत्म हुआ. पर 1999 के बाद इस सड़क को दुरुस्त नहीं किया गया.
ग्रामीणों ने सरकार से भी गुहार लगाई, लेकिन किसी ने भी इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया. ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क की टायरिंग हो. ऐसा न होने पर आगामी चुनावों व नेताओं का बहिष्कार किया जाएगा.
बता दें कि इस सड़क पर चुनाव आते ही बसें चलना शुरू और चुनाव खत्म तो बसें भी चलना बंद हो जाती है. इन सबसे परेशान होकर ग्रामीणों ने नेताओं और लोक निर्माण विभाग के प्रति रोष प्रकट किया है. ग्रामीणों ने जल्द ही सड़क ठीक करने की प्रशासन और सरकार से गुहार लगाई है.
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