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पुजारी कल्याण संघ की मांग, कुल्लू के देव सदन में खोला जाए संस्कृत पुस्तकालय

पुजारी कल्याण संघ ने जिला मुख्यालय ढालपुर के देव सदन में शोध के लिए संस्कृत पुस्तकालय खोलने की मांग उठाई है. पुजारी कल्याण संघ के पदाधिकारी डॉ. सीताराम ठाकुर ने कहा कि जिला कुल्लू में देव परंपराएं काफी समृद्ध हैं और अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में भी इन्हीं परंपराओं को जानने के लिए देश-विदेश से शोधार्थी यहां पहुंचते हैं.

पुजारी कल्याण संघ
देव सदन
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Published : Oct 19, 2021, 3:31 PM IST

Updated : Oct 19, 2021, 3:39 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय स्थित देव सदन में पुजारी कल्याण संघ की वार्षिक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष धनीराम चौहान ने की. मीटिंग में जहां पुजारी कल्याण संघ की मजबूती के लिए चर्चा की गई, तो वहीं निर्णय लिया गया कि अब जल्द ही खंड स्तर पर भी पुजारी कल्याण संघ की बैठक आयोजित की जाएगी. पुजारियों को जो दिक्कतें पेश आ रही हैं उन्हें भी सरकार के समक्ष रखा जाएगा.

पुजारी कल्याण संघ का कहना है कि तत्कालीन सरकार ने कुछ सालों पहले सदन में देव संस्कृति को जानने के लिए पुस्तकालय खोलने की घोषणा की थी. इस पुस्तकालय में पुराने ग्रंथों व वेदों को रखा जाना था. ताकि कुल्लू की देव संस्कृति पर शोध करने वाले छात्रों को इससे लाभ मिल सके. इतने साल बीत जाने के बाद भी संस्कृत पुस्तकालय शुरू नहीं हो पाया है.

पुजारी कल्याण संघ

पुजारी कल्याण संघ के पदाधिकारी डॉ. सीताराम ठाकुर ने कहा कि जिला कुल्लू में देव परंपराएं काफी समृद्ध हैं और अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में भी इन्हीं परंपराओं को जानने के लिए देश-विदेश से शोधार्थी यहां पहुंचते हैं. खेद का विषय है कि उन्हें यहां पर कोई भी पुस्तक या फिर ग्रंथ पढ़ने के लिए नहीं मिल पाता है. ऐसे में सरकार अगर संस्कृत पुस्तकालय की स्थापना करें, तो इससे जिला कुल्लू के छात्रों को भी विशेष लाभ होगा और वे भी देव संस्कृति जैसे विषयों पर पीएचडी कर सकेंगे.

ये भी पढ़ें : अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव : देवी-देवताओं को नजराना नहीं दिया तो अदालत जाएगी कांग्रेस

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय स्थित देव सदन में पुजारी कल्याण संघ की वार्षिक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष धनीराम चौहान ने की. मीटिंग में जहां पुजारी कल्याण संघ की मजबूती के लिए चर्चा की गई, तो वहीं निर्णय लिया गया कि अब जल्द ही खंड स्तर पर भी पुजारी कल्याण संघ की बैठक आयोजित की जाएगी. पुजारियों को जो दिक्कतें पेश आ रही हैं उन्हें भी सरकार के समक्ष रखा जाएगा.

पुजारी कल्याण संघ का कहना है कि तत्कालीन सरकार ने कुछ सालों पहले सदन में देव संस्कृति को जानने के लिए पुस्तकालय खोलने की घोषणा की थी. इस पुस्तकालय में पुराने ग्रंथों व वेदों को रखा जाना था. ताकि कुल्लू की देव संस्कृति पर शोध करने वाले छात्रों को इससे लाभ मिल सके. इतने साल बीत जाने के बाद भी संस्कृत पुस्तकालय शुरू नहीं हो पाया है.

पुजारी कल्याण संघ

पुजारी कल्याण संघ के पदाधिकारी डॉ. सीताराम ठाकुर ने कहा कि जिला कुल्लू में देव परंपराएं काफी समृद्ध हैं और अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में भी इन्हीं परंपराओं को जानने के लिए देश-विदेश से शोधार्थी यहां पहुंचते हैं. खेद का विषय है कि उन्हें यहां पर कोई भी पुस्तक या फिर ग्रंथ पढ़ने के लिए नहीं मिल पाता है. ऐसे में सरकार अगर संस्कृत पुस्तकालय की स्थापना करें, तो इससे जिला कुल्लू के छात्रों को भी विशेष लाभ होगा और वे भी देव संस्कृति जैसे विषयों पर पीएचडी कर सकेंगे.

ये भी पढ़ें : अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव : देवी-देवताओं को नजराना नहीं दिया तो अदालत जाएगी कांग्रेस

Last Updated : Oct 19, 2021, 3:39 PM IST
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