कुल्लूः कोरोना वायरस जैसी महामारी का प्रकोप देश-दुनिया में फैला हुआ है. देश में लगातार जहां कोरोना मामले बढ़ते जा रहे हैं. वहीं, हिमाचल प्रदेश के बर्फीले रेगिस्तान में भी इसका प्रकोप देखने को मिल रहा है. हालांकि जिला लाहौल-स्पीति में अभी तक कोरोना वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन स्थानीय प्रशासन इस बीमारी के संक्रमण को रोकने के लिए पूरी ऐहतियात बरत रहा है.
जिला लाहौल स्पीति में प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय संस्था यंग ड्रकपा एसोसिएशन भी लगातार प्रशासन के साथ मिलकर कोरोना वायरस से लड़ने में मदद कर रही है. एसोसिएशन के सदस्यों के ने बीते 14 अप्रैल से ही घाटी में आने वाले सभी वाहनों को सेनिटाइज करना शुरू कर दिया था और टैक्सी चालकों को भी सेनिटाइजर बांटे जा रहे हैं. ताकि किसी भी तरह का कोई खतरा या फिर संक्रमण फैलने की संभावना न रहे. वहीं, कुल्लू से आने वाले लोगों को भी सेनिटाइज करने के बाद ही उन्हें गाड़ी में बैठा कर अपने-अपने घरों की ओर भेजा जा सकें.
![Administration and Young Drukpa Association sanitizing vehicles in Lahaul Spiti](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7236654_149_7236654_1589717554293.png)
वहीं, एसोसिएशन के ने लाहौल के प्रमुख बाजारों व घरों को भी सेनिटाइज करने का काम शुरू कर दिया है. वहीं,यंग ड्रकपा एसोसिएशन ने भी कोकसर में वाहनों की जांच के दौरान जिला प्रशासन को अपना सहयोग दिया हैं. ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को घाटी में फैलने से रोका जा सके.
एसोसिएशन के अध्यक्ष सोनम ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से बचाने के लिए उन्होंने ये अभियान शुरू किया है, जोकि 14 अप्रैल से ही यह कार्य लगातार जारी हैं और कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्थानीय लोगों को एसोसिएशन के द्वारा जागरूक किया जा रहा हैं. जिला प्रशासन के साथ मिलकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के बारे में भी निर्देश जारी किए जा रहे हैं.
बता दें कि लाहौल घाटी में कृषि कार्य शुरू होते ही जिला कुल्लू में रहने वाले लाहौल के किसानों ने भी घाटी का रुख शुरू कर दिया था और एसोसिएशन के सदस्यों के द्वारा लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग की जानकारी दी जा रही थी.
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