कुल्लू: देश के विभिन्न राज्यों में जहां सूरज की गर्मी ने पारा चढ़ा दिया है, तो वहीं तपती गर्मी से राहत लेने के लिए सैलानी भी पहाड़ी इलाकों का रुख कर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में भी सैलानियों की भीड़ लगातार शांत वादियों की ओर बढ़ रही है और यहां पर साहसिक गतिविधियों का कारोबार भी खूब फल-फूल रहा (Tourism in Kullu Manali) है. बीते सप्ताह की अगर बात करें तो सोमवार से लेकर रविवार तक 16,000 पर्यटकों के वाहन मनाली पहुंचे. जबकि 4,000 पर्यटक वाहन भी प्रदेश के विभिन्न इलाकों से मनाली पहुंचे हैं.
ज्यादातर पर्यटक कर रहे राफ्टिंग: जिले में 80 फीसदी सैलानी साहसिक गतिविधियों का भी मजा ले रहे (Adventure Activities in Kullu) हैं. सैलानियों की भीड़ के कारण कुल्लू में बह रही ब्यास की लहरों में पर्यटकों का मेला लगा हुआ है. कल-कल करती ब्यास की जलधाराओं के ऊपर से हरे, नीले, पीले और लाल रंग की राफ्टें जब क्रम में चलती दिखाई देती हैं तो, लगता है कि नदी में मेला लगा (Rafting In Kullu) होगा. निचले क्षेत्रों में ताबड़तोड़ गर्मी से निजात पाने के लिए पर्यटक रोहतांग पहुंचकर सुकून प्राप्त कर रहे हैं. वहीं, जिला कुल्लू में देश के कौने-कौने से यहां घूमने आने वाले सैलानी ब्यास की लहरों में राफ्टिंग करने को प्राथमिकता दे रहे हैं. लहरों में राफ्टिंग कर वे यहां के टूर को यादगार बना रहे हैं.
राफ्टिंग के लिए पांच साइटें चिह्नित: मनाली से लेकर झीड़ी तक पांच साइटों को राफ्टिंग के लिए अधिकृत किया गया है जहां इन दिनों पर्यटक राफ्टिंग करते हुए दिखाई दे रहे हैं. हालांकि इससे पहले राफ्टिंग के लिए तीन ही साइटें थी, लेकिन अब साइटों को बढ़ाकर पांच कर दिया गया है. पर्यटन विभाग ने लंबी साइटों को भी कम करके उसके अलग-अलग स्ट्रेच बना दिए हैं. पर्यटन विभाग के निदेशक ने हिमाचल प्रदेश रिवर राफ्टिंग नियम 2005 के नियम 6-ई के अंतर्गत ब्यास नदी पर बवेली से वैष्णो देवी मंदिर कुल्लू, पिरड़ी से झीड़ी नजदीक नेचर पार्क, आरके पुल भुंतर बाइपास से झीड़ी, शाढ़ाबाई से झीड़ी नजदीक नेचर पार्क, राजकीय प्राथमिक पाठशाला रायसन से बंदरोल व अन्य साइटों को रिवर राफ्टिंग के लिए पास कर दिया है, जहां अब पर्यटक राफ्टिंग का आनंद ले रहे हैं.
पर्यटक राफ्टिंग को दे रहे प्राथमिकता: कुल्लू में राफ्टिंग से जुड़ी करीब सौ एजेंसियां है. जिनके पास 600 से अधिक राफ्ट पंजीकृत हैं. जिसके माध्यम से उपरोक्त साइटों पर राफ्टिंग करवाई जा रही है और कुल्लू-मनाली आने वाले पर्यटक राफ्टिंग करने को प्राथमिकता दे रहे हैं. इन दिनों दिल्ली, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, कलकत्ता, मद्रास, झारखंड, यूपी, मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों से कुल्लू-मनाली में पर्यटक पहुंच रहे हैं, जो सहासिक खेलों को भी प्राथमिकता दे रहे हैं. जिला कुल्लू में अलग-अलग साइटों में सोलंगनाला, मढ़ी, बड़ाग्रां क्षेत्र, गड़सा आदि स्थानों में पैराग्लाइडिंग करवाई जा रही है और यहां पर्यटक पैराग्लाइडिंग करने के लिए पहुंच रहे (Paragliding In Kullu) हैं और आसमान में उड़ने का आनंद ले रहे हैंं. इसके अलावा जिप लाइन सहित तमाम सहासिक खेलों की ओर भी सैलानियों का रुझान बढ़ रहा है.
क्या कहते है प्रशासनिक अधिकारी: एसडीएम मनाली डाक्टर सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि बीते सप्ताह सोमवार को 1770, मंगलवार को 1738, बुधवार को 1950, वीरवार को 2480, शुक्रवार को 2860, शनिवार को 2810, रविवार को 2430 पर्यटक वाहन बाहरी राज्यों से मनाली पहुंचे (Tourists enjoying rafting in Kullu) है. इसके अलावा प्रदेश के विभान्न इलाकों से भी 4 हजार से अधिक वाहनों में पर्यटकों ने मनाली का रुख किया हैं.
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