शिमला: लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन वापसी के अंतिम दिन शिमला संसदीय सीट से एक प्रत्याशी ने नाम वापस ले लिया है. शिमला से निर्दलीय प्रत्याशी दूलो राम के नाम वापस लेने के बाद अब हिमाचल की चार सीटों पर 45 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं.
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मंडी में सबसे ज्यादा 17 प्रत्याशी मैदान में खड़े हैं. हमीरपुर, कांगड़ा सीट से 11-11 और शिमला से 6 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं. इससे पहले छंटनी में भाजपा और कांग्रेस पार्टी के कवरिंग प्रत्याशियों के अलावा नौ प्रत्याशियों के नामांकन रद्द हो गए थे.
मंडी सीट पर प्रत्याशियों की संख्या 16 से ज्यादा हो गई है. 17 उम्मीदवार मंडी संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं. एक ईवीएम में अधिकतर 15 उम्मीदवारों की सूची सहित नोटा का ऑप्शन होता है. ऐसे में एक ईवीएम से 16 उम्मीदवारों के लिए ही वोटिंग का प्रावधान होता है. इससे पहले मंडी सीट से इतने प्रत्याशी मैदान में नहीं उतरे थे. 17 प्रत्याशियों और नोटा के विकल्प को सक्रिय रखने के लिए 2500 और ईवीएम की डिमांड चुनाव आयोग से की गई है.
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असली जंग कांग्रेस और भाजपा के बीच होनी है, लेकिन निर्दलीय एवं अन्य दलों के नेता भी पूरी तरह से ताल ठोक रहे हैं. शिमला सीट पर कांग्रेस के धनीराम शांडिल और भाजपा के सुरेश कश्यप, मंडी सीट पर कांग्रेस के आश्रय शर्मा और भाजपा के रामस्वरूप शर्मा, हमीरपुर सीट पर कांग्रेस के रामलाल ठाकुर और भाजपा के अनुराग ठाकुर, कांगड़ा सीट पर कांग्रेस के पवन काजल और भाजपा के किशन कपूर के बीच कड़ा मुकाबला होगा।