कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा की पहाड़ियों पर लापता हुए पश्चिम बंगाल के चारों पर्यटक सुरक्षित पाए गए हैं. जिला प्रशासन के द्वारा लापता पर्यटकों की तलाश के लिए हेलीकॉप्टर से इलाके की रेकी की गई और रेकी में पाया गया कि सभी पर्यटक स्वस्थ हैं. ऐसे में अब जल्द ही वहां फंसे सभी पर्यटकों को सुरक्षित (4 trekkers traced in Malana) निकाल लिया जाएगा.
मिली जानकारी के अनुसार रविवार को ट्रेकिंग व क्लाइमिंग के दौरान मलाणा के अली रत्नी टिब्बा से लापता हुए पश्चिम बंगाल के चार ट्रेकरों के सुरक्षित होने की सूचना मिली है. करीब तीन घंटे की रेकी के बाद अली रत्नी टिब्बा से दोनों हेलीकॉप्टर भुंतर एयरपोर्ट लौट आए हैं. अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निदेशक अविनाश नेगी ने बताया कि हमारी टीम ने अली रत्नी टिब्बा में फंसे चारों ट्रेकरों से संपर्क किया है, सभी स्वस्थ हैं. ऐसे में मंगलवार शाम तक इन्हें टीम की सहायता से बेस कैंप लाया जाएगा.
गौर रहे कि समुद्रतल से करीब 5,470 मीटर की ऊंचाई पर अली रत्नी टिब्बा चारों तरफ से ग्लेशियरों से घिरा हुआ है. इन लोगों का बेस कैंप भी ग्लेशियर के पास ही एक चट्टान के पास था. अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निदेशक अविनाश नेगी ने बताया कि हमारी टीम ने अली रत्नी टिब्बा में फंसे चारों ट्रेकरों से संपर्क किया है और सभी पर्यटक स्वस्थ हैं. जल्द ही उन्हें वहां से निकाल दिया जाएगा.
बता दें कि जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में पश्चिम बंगाल के चार लापता ट्रेकरों की तलाश में 15 सदस्यों की टीम लगातार जुटी हुई थी. (West Bengal Four Trekkers Missing) मलाणा की टिब्बा पहाड़ी पहुंचने के लिए ही रेस्क्यू टीम को 2 दिन का समय लग गया. लापता हुए पर्वतारोही की पहचान 43 वर्षीय अभिजीत बानिक निवासी 57/ एक गर्पर रोड, डाकघर परशि बागान कोलकाता (पश्चिम बंगाल), 43 वर्षीय चिन्मय मोंडल निवासी हृदयपुर शांति नगर उद्यान पारा, डाकघर हैदयपुर, कोलकता (पश्चिम बंगाल), 37 वर्षीय दिवेश दास 2/105 श्री कालोनी, डाकघर रीजेंट एस्टेट जादवपुर, कोलकाता (पश्चिम बंगाल), 31 वर्षीय बिनोय दास निवासी इनायतपुर, कोलकता (पश्चिम बंगाल)के रूप में हुई है.
पांचवां ट्रेकर मनोज नाथ निवासी कुंडी रामनगर, कोलकाता (पश्चिम बंगाल) का रहने वाला है. बेस कैंप को लौटे मनोज ने प्रशासन को साथियों के लापता होने की सूचना दी थी. मनोज ने बताया था कि (Four Trekkers Missing In Malana) कि 18 अगस्त को पांचों ट्रेकर्स कोलकाता से चले थे और 21 अगस्त को मनाली पहुंचे. इन्होंने मणिकर्ण के निकट जरी से 22 अगस्त को माउंट अली रत्नी टिब्बा का रुख किया. सभी ने 15 सितंबर को वापस हावड़ा पहुंचना था. इस बीच रास्ता भटकने से चार लापता हो गए थे. हालांकि अब चारों पर्यटकों के सुरक्षित होने की सूचना मिल गई है. वहीं, इन्हें जल्द वहां से निकाल दिया जाएगा.
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