सुजानपुर: त्योहार के मौसम में रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं, जिसका असर आम आदमी की थाली से लेकर जेब पर पड़ रहा है. जिला हमीरपुर में प्याज के दाम कई जगह 80 से 100 रुपये प्रति किलो पहुंच गए हैं. जबकि पहली बार आलू का रेट भी 60 से 80 रुपये के बीच में है. महंगे दामों में बिक रही सब्जियों को खरीदने से ग्राहक गुरेज करते नजर आ रहे हैं.
दुकानों पर खरीदार नहीं पहुंचने से सब्जी विक्रेताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई बार सब्जी खराब होने की वजह से फेंकनी पड़ रही है, जिसका सब्जी विक्रेताओं को घाटा उठाना पड़ रहा है. जिला हमीरपुर में सब्जियों के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी होने पर लोगों में सरकार के प्रति गहरा रोष है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से सब्जियों के दामों में बहुत बढ़ोतरी हुई है, जिससे लोगों का रसोई का बजट बिगड़ गया है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जल्द बढ़ती हुई महंगाई पर काबू पाया जाना चाहिए.
सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि सब्जी मंडी से ही सब्जियां बहुत महंगे दामों पर मिल रही है, जिससे सब्जी बेचने में दिक्कतें पेश आ रही हैं. दुकानों पर ग्राहक कम सब्जियां खरीदने पहुंच रहे हैं. ग्राहकों के नहीं पहुंच से सब्जियां गोदाम में भी सड़ रही हैं. वहीं, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि बीजेपी सरकार में महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है. जब तक सरकार कृषि विधेयक को वापस नहीं लेती हैं, तब तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी.
उन्होंने कहा कि पुराने कानून के अनुसार थोक विक्रेताओं को तय सीमा के अनुसार ही अपना स्टाक रख सकता था, लेकिन नए कृषि विधेयक के अनुसार वह सीमा समाप्त कर दी है. जिसके चलते थोक विक्रेताओं ने सामान का अधिक मात्रा में अधिग्रहण किया है, जिससे बाजार में सामान की कमी आई है और महंगाई दर बढ़ गई है.
वहीं, कृषि कार्यकारी उपनिदेशक अजय कुमार चोपड़ा ने बताया कि प्याज, आलू और सब्जियों के दामों में इजाफा हुआ है. इसका मुख्य कारण बाहरी राज्यों में भारी बारिश के चलते फसल को नुकसान होना है. जिसके चलते बाजार में सब्जियों के दाम बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बढ़े हुए दामों में कटौती होने के आसार है.