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टाइपिंग टेस्ट न लेने पर भड़के अभ्यर्थी, कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन

टाइपिंग टेस्ट न लिए जाने से भड़के अभ्यर्थियों ने कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों का स्पष्ट कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशों का वह भी सम्मान करते हैं, लेकिन जो अभ्यर्थी यहां पर पहुंच चुके थे उनका टेस्ट लिया जाना चाहिए था.

टाइपिंग टेस्ट न लिए जाने से भड़के अभ्यर्थी
टाइपिंग टेस्ट न लिए जाने से भड़के अभ्यर्थी
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Published : Aug 27, 2021, 1:40 PM IST

हमीरपुर: जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्टकोड 817 के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. दरअसल हाईकोर्ट के आदेशों के बाद टाइपिंग टेस्ट देने के लिए हमीरपुर पहुंचे अभ्यर्थियों का परीक्षा चयन आयोग द्वारा नहीं लिया गया, जिस वजह से अभ्यर्थी आक्रोशित थे.

अभ्यर्थियों का तर्क था कि वह दूरदराज के जिलों से हमीरपुर टेस्ट देने के लिए पहुंचे हैं. हमीरपुर पहुंचने के बाद टेस्ट न लिए जाने की जानकारी कर्मचारी चयन आयोग की वेबसाइट पर डाली गई. अभ्यर्थियों का स्पष्ट कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशों का वह भी सम्मान करते हैं लेकिन जो अभ्यर्थी यहां पर पहुंच चुके थे उनका टेस्ट लिया जाना चाहिए था.

वीडियो

हर जिले में इस तरह के स्किल टेस्ट सेंटर चयन आयोग को खोलने चाहिए, जिससे जिला स्तर पर ही अभ्यर्थियों को टेस्ट देने की सुविधा मिल सके. अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि हजारों रुपये खर्च कर टेस्ट देने के लिए हम पहुंचे थे. ऐसे में उनके साथ गलत किया जा रहा है.

सिरमौर से टाइपिंग टेस्ट देने के लिए पहुंचे अनिल चौहान का कहना है कि सैकड़ों अभ्यर्थी जब हमीरपुर पहुंच चुके थे, तब उनको हाईकोर्ट के आदेशों की सूचना कर्मचारी चयन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट से मिली. इससे पहले भी कई लोगों का टेस्ट लिया जा चुका है. ऐसे में जो लोग यहां पर पहुंच चुके थे, उनका टेस्ट लिया जाना चाहिए था. इसके अलावा हर जिला स्तर पर स्किल टेस्ट सेंटर भी खोले जाने चाहिए.

वहीं, शिमला निवासी अभिषेक का कहना है कि सुबह 9:00 बजे वह वीरवार को अपने घर से निकले थे और शाम को जब हमीरपुर पहुंचे तब उन्हें जानकारी मिली कि अब उनका टाइपिंग टेस्ट नहीं होगा. यदि टेस्ट को स्थगित किया जाना था, तो कम से कम 24 घंटे का समय तो दिया जाना चाहिए था.

ये भी पढ़ें: उपचुनाव में टिकट की दावेदारी नहीं है गुटबाजी, प्रत्याशी चयन के बाद एकजुट होकर लड़ेगी बीजेपी- सुरेश कश्यप

हमीरपुर: जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्टकोड 817 के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. दरअसल हाईकोर्ट के आदेशों के बाद टाइपिंग टेस्ट देने के लिए हमीरपुर पहुंचे अभ्यर्थियों का परीक्षा चयन आयोग द्वारा नहीं लिया गया, जिस वजह से अभ्यर्थी आक्रोशित थे.

अभ्यर्थियों का तर्क था कि वह दूरदराज के जिलों से हमीरपुर टेस्ट देने के लिए पहुंचे हैं. हमीरपुर पहुंचने के बाद टेस्ट न लिए जाने की जानकारी कर्मचारी चयन आयोग की वेबसाइट पर डाली गई. अभ्यर्थियों का स्पष्ट कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशों का वह भी सम्मान करते हैं लेकिन जो अभ्यर्थी यहां पर पहुंच चुके थे उनका टेस्ट लिया जाना चाहिए था.

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हर जिले में इस तरह के स्किल टेस्ट सेंटर चयन आयोग को खोलने चाहिए, जिससे जिला स्तर पर ही अभ्यर्थियों को टेस्ट देने की सुविधा मिल सके. अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि हजारों रुपये खर्च कर टेस्ट देने के लिए हम पहुंचे थे. ऐसे में उनके साथ गलत किया जा रहा है.

सिरमौर से टाइपिंग टेस्ट देने के लिए पहुंचे अनिल चौहान का कहना है कि सैकड़ों अभ्यर्थी जब हमीरपुर पहुंच चुके थे, तब उनको हाईकोर्ट के आदेशों की सूचना कर्मचारी चयन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट से मिली. इससे पहले भी कई लोगों का टेस्ट लिया जा चुका है. ऐसे में जो लोग यहां पर पहुंच चुके थे, उनका टेस्ट लिया जाना चाहिए था. इसके अलावा हर जिला स्तर पर स्किल टेस्ट सेंटर भी खोले जाने चाहिए.

वहीं, शिमला निवासी अभिषेक का कहना है कि सुबह 9:00 बजे वह वीरवार को अपने घर से निकले थे और शाम को जब हमीरपुर पहुंचे तब उन्हें जानकारी मिली कि अब उनका टाइपिंग टेस्ट नहीं होगा. यदि टेस्ट को स्थगित किया जाना था, तो कम से कम 24 घंटे का समय तो दिया जाना चाहिए था.

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