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राम मंदिर निर्माण के लिए भेजी जाएगी अवाहदेवी मंदिर की मिट्टी

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Published : Jun 14, 2020, 3:36 PM IST

अयोध्या में बनाए जा रहे राम मंदिर निर्माण के लिए हमीरपुर और मंडी जिला की सीमा पर स्थित माता अवाहदेवी का मन्दिर की मिट्टी को भेजा जाएगा. साथ ही जिला हमीरपुर के अन्य प्राचीन मंदिरों, प्राकृतिक जल स्रोतों से भी मिट्टी और पवित्र पानी अयोध्या भेजा जाएगा.

soil of Avahadevi temple
soil of Avahadevi temple

हमीरपुरः अयोध्या में बनाए जा रहे राम मंदिर निर्माण के लिए उपमंडल भोरंज के संगम स्थल पर बने अवाहदेवी मंदिर व प्राचीन मंदिरों, प्राकृतिक जल स्रोतों से भी मिट्टी और पवित्र पानी अयोध्या भेजा जाएगा.

विश्व हिंदू परिषद प्रसार विभाग प्रमुख चिरंजी लाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि अवाहदेवी मंदिर, शनि देव मंदिर, गसोता महादेव, बिल्केश्वर महादेव मंदिर चमनेड़ आदि मंदिरों से मिट्टी एकत्रित की गई है. कुछ ही दिनों में क्षेत्र के तीर्थ स्थलों की मिट्टी, नदियों के जल को अयोध्या भेजा जाएगा.

अवाहदेवी मंदिर कमेटी के प्रधान बख्शी राम गुलेरिया, महासचिव रमेश गुलेरिया ने कहा कि प्रदेश के लिए यह बड़े ही सौभाग्य की बात है कि यहां के प्राचीन मंदिरों की मिट्टी और प्राकृतिक एवं तीर्थ स्थलों का पानी राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या जाएगा. गौरतलब है कि अवाहदेवी मंदिर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की कुल देवी भी हैं.

जब भी समय मिलता है तब सभी मंदिर में माथा टेकने के लिए आते रहते हैं और नवरात्रि में अवाहदेवी मंदिर में खासी रौनक रहती है. अवाहदेवी मंदिर वैसे भी ऊंचाई पर स्थित है. जहां से मंडी व हमीरपुर जिला की दूर तक प्रकृति का नजारा बहुत ही मनोरम दिखाई देता है. क्षेत्र में सबसे ऊंचाई का क्षेत्र होने से कई बार अवाहदेवी मे बर्फ भी गिर चुकी है, लेकिन इस बार फिर से अयोध्या मंदिर निर्माण में अवाहदेवी मंदिर की मिट्टी जाने से क्षेत्र फिर से चर्चा में है.

हमीरपुर और मंडी जिला की सीमा पर स्थित माता अवाहदेवी का मन्दिर अत्यंत खूबसूरती से बनाया गया है. लाखों लोगों की अराध्या कुल देवी माता अवाहदेवी के मंदिर में दर्शन करने वालों का तांता लगा रहता है. मंदिर में मंडी और हमीरपुर जिला के दो अलग-अलग पुजारी बैठते हैं और आने वाले भक्त का जिला पूछ कर मां की अरदास करते हैं.

मंदिर कमेटी के भरसक प्रयासों से मंदिर में भक्तों के लिए सुविधाएं जुटाई गई हैं. अवाहदेवी कस्बे की पहचान इसी मंदिर के कारण है. अवाहदेवी बाजार भी हमीरपुर और मंडी जिलों में बंटा हुआ है.

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हमीरपुरः अयोध्या में बनाए जा रहे राम मंदिर निर्माण के लिए उपमंडल भोरंज के संगम स्थल पर बने अवाहदेवी मंदिर व प्राचीन मंदिरों, प्राकृतिक जल स्रोतों से भी मिट्टी और पवित्र पानी अयोध्या भेजा जाएगा.

विश्व हिंदू परिषद प्रसार विभाग प्रमुख चिरंजी लाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि अवाहदेवी मंदिर, शनि देव मंदिर, गसोता महादेव, बिल्केश्वर महादेव मंदिर चमनेड़ आदि मंदिरों से मिट्टी एकत्रित की गई है. कुछ ही दिनों में क्षेत्र के तीर्थ स्थलों की मिट्टी, नदियों के जल को अयोध्या भेजा जाएगा.

अवाहदेवी मंदिर कमेटी के प्रधान बख्शी राम गुलेरिया, महासचिव रमेश गुलेरिया ने कहा कि प्रदेश के लिए यह बड़े ही सौभाग्य की बात है कि यहां के प्राचीन मंदिरों की मिट्टी और प्राकृतिक एवं तीर्थ स्थलों का पानी राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या जाएगा. गौरतलब है कि अवाहदेवी मंदिर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की कुल देवी भी हैं.

जब भी समय मिलता है तब सभी मंदिर में माथा टेकने के लिए आते रहते हैं और नवरात्रि में अवाहदेवी मंदिर में खासी रौनक रहती है. अवाहदेवी मंदिर वैसे भी ऊंचाई पर स्थित है. जहां से मंडी व हमीरपुर जिला की दूर तक प्रकृति का नजारा बहुत ही मनोरम दिखाई देता है. क्षेत्र में सबसे ऊंचाई का क्षेत्र होने से कई बार अवाहदेवी मे बर्फ भी गिर चुकी है, लेकिन इस बार फिर से अयोध्या मंदिर निर्माण में अवाहदेवी मंदिर की मिट्टी जाने से क्षेत्र फिर से चर्चा में है.

हमीरपुर और मंडी जिला की सीमा पर स्थित माता अवाहदेवी का मन्दिर अत्यंत खूबसूरती से बनाया गया है. लाखों लोगों की अराध्या कुल देवी माता अवाहदेवी के मंदिर में दर्शन करने वालों का तांता लगा रहता है. मंदिर में मंडी और हमीरपुर जिला के दो अलग-अलग पुजारी बैठते हैं और आने वाले भक्त का जिला पूछ कर मां की अरदास करते हैं.

मंदिर कमेटी के भरसक प्रयासों से मंदिर में भक्तों के लिए सुविधाएं जुटाई गई हैं. अवाहदेवी कस्बे की पहचान इसी मंदिर के कारण है. अवाहदेवी बाजार भी हमीरपुर और मंडी जिलों में बंटा हुआ है.

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