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हमीरपुर में दुकानदार लोगों की मजबूरी का उठा रहे फायदा, महंगा बेच रहे मोबाइल

हमीरपुर में मोबाइल विक्रेता 8000 रुपये की कीमत के फोन के लिए ग्राहकों से 9000 रुपये मांग रहे हैं. ग्राहकों ने मोबाइल विक्रेता से मांग की कि अगर वह 9000 रुपये का मोबाइल खरीदेंगे तो उन्हें बिल भी उतनी ही एमाउंट का चाहिए जिसको देने के लिए मोबाइल विक्रेता ने साफ इंकार किया.

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महंगे मोबाइल हमीरपुर
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Published : May 4, 2020, 5:02 PM IST

Updated : May 4, 2020, 6:56 PM IST

हमीरपुर: जिला हमीरपुर में जमाखोरी, कालाबाजारी के बीच में अब दुकानदारों ने अधिक दाम पर चीजें बेचना शुरू कर दिया है. हमीरपुर में मोबाइल विक्रेता ने दुकान में पहुंचे दो ग्राहकों को 8000 रुपये का फोन 9000 रुपये में बेचना चाहा.

मोबाइल की अधिक कीमत को लेकर मोबाइल विक्रेता और ग्राहक में काफी देर तक बहस होती रही. ग्राहकों ने मोबाइल विक्रेता से मांग की कि अगर वह 9000 रुपये का मोबाइल खरीदेंगे तो उन्हें बिल भी उतने ही अमाउंट का चाहिए, जिसको देने से मोबाइल विक्रेता ने साफ इंकार किया.

ग्राहक दरअसल अपने बच्चों के लिए मोबाइल खरीदने के लिए आए थे. इन दिनों बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है. इस कारण मोबाइल की अधिक डिमांड है, लेकिन मोबाइल विक्रेता इसका फायदा उठाकर अधिक दाम वसूलने में जुट गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

अधिक दाम वसूलने के पीछे मोबाइल विक्रेताओं का तर्क है कि उन्हें कंपनी की तरफ से मोबाइल की सप्लाई नहीं हो रही है. कालाबाजारी के माध्यम से ही सप्लाई मिल रही है जिस वजह से वह मोबाइल को ज्यादा दाम पर बेचने को मजबूर हैं.

ग्राहकों का कहना है कि वह मोबाइल खरीदने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि मोबाइल विक्रेता ने 8000 रुपये की कीमत के मोबाइल को 9000 रुपये में बेचने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि ऐसे में समय में कुछ लोग मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं.

वहीं, मोबाइल विक्रेता विपिन ने कहा कि उन्हें अपनी दुकान के खर्चें निकालना मुश्किल हो गया है. दुकान का किराया भी देना है और कर्मचारियों का वेतन भी देना है जिस वजह से उन्हें अधिक दाम वसूलने पड़ रहे हैं.

कंपनी की तरफ से कोई सप्लाई नहीं मिल रही है और उन्हें ब्लैक में ही मोबाइल की सप्लाई हो रही है. मोबाइल विक्रेता ने कहा कि उन्हें खुद भी मोबाइल महंगा मिल रहा है, जिस वजह से उन्हें लोगों से भी मोबाइल की एमआरपी से अधिक कीमत लेनी पड़ रही है.

हैरानी की बात यह है कि मोबाइल विक्रेता का तर्क था कि शराब के ठेकों में भी अधिक दाम वसूले गए. वहीं, अगर सरकार के दावों की बात की जाए तो सरकार और प्रशासन का दावा है कि जमाखोरी और अधिक दाम वसूलने को लेकर सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.

ये भी पढ़ें: कोरोना योद्धाओं को 2 माह का वेतन बोनस के तौर पर दे सरकार : सुक्खू

हमीरपुर: जिला हमीरपुर में जमाखोरी, कालाबाजारी के बीच में अब दुकानदारों ने अधिक दाम पर चीजें बेचना शुरू कर दिया है. हमीरपुर में मोबाइल विक्रेता ने दुकान में पहुंचे दो ग्राहकों को 8000 रुपये का फोन 9000 रुपये में बेचना चाहा.

मोबाइल की अधिक कीमत को लेकर मोबाइल विक्रेता और ग्राहक में काफी देर तक बहस होती रही. ग्राहकों ने मोबाइल विक्रेता से मांग की कि अगर वह 9000 रुपये का मोबाइल खरीदेंगे तो उन्हें बिल भी उतने ही अमाउंट का चाहिए, जिसको देने से मोबाइल विक्रेता ने साफ इंकार किया.

ग्राहक दरअसल अपने बच्चों के लिए मोबाइल खरीदने के लिए आए थे. इन दिनों बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है. इस कारण मोबाइल की अधिक डिमांड है, लेकिन मोबाइल विक्रेता इसका फायदा उठाकर अधिक दाम वसूलने में जुट गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

अधिक दाम वसूलने के पीछे मोबाइल विक्रेताओं का तर्क है कि उन्हें कंपनी की तरफ से मोबाइल की सप्लाई नहीं हो रही है. कालाबाजारी के माध्यम से ही सप्लाई मिल रही है जिस वजह से वह मोबाइल को ज्यादा दाम पर बेचने को मजबूर हैं.

ग्राहकों का कहना है कि वह मोबाइल खरीदने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि मोबाइल विक्रेता ने 8000 रुपये की कीमत के मोबाइल को 9000 रुपये में बेचने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि ऐसे में समय में कुछ लोग मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं.

वहीं, मोबाइल विक्रेता विपिन ने कहा कि उन्हें अपनी दुकान के खर्चें निकालना मुश्किल हो गया है. दुकान का किराया भी देना है और कर्मचारियों का वेतन भी देना है जिस वजह से उन्हें अधिक दाम वसूलने पड़ रहे हैं.

कंपनी की तरफ से कोई सप्लाई नहीं मिल रही है और उन्हें ब्लैक में ही मोबाइल की सप्लाई हो रही है. मोबाइल विक्रेता ने कहा कि उन्हें खुद भी मोबाइल महंगा मिल रहा है, जिस वजह से उन्हें लोगों से भी मोबाइल की एमआरपी से अधिक कीमत लेनी पड़ रही है.

हैरानी की बात यह है कि मोबाइल विक्रेता का तर्क था कि शराब के ठेकों में भी अधिक दाम वसूले गए. वहीं, अगर सरकार के दावों की बात की जाए तो सरकार और प्रशासन का दावा है कि जमाखोरी और अधिक दाम वसूलने को लेकर सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.

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Last Updated : May 4, 2020, 6:56 PM IST
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