हमीरपुर: जिला हमीरपुर की एक सहकारी सभा के करोड़ों रुपये के गबन मामले में (Scam in hamirpur cooperative society) करीब चार साल बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें दो महिलाएं व एक पुरूष शामिल हैं. तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरास्त (14 days judicial custody) में भेजा गया है. मामला वर्ष 2016 का है. काफी समय तक चली जांच के बाद पुलिस ने तीन लोगों की गिरफ्तारी की है. गबन मामले में फंसे सभा सचिव ने पहले ही फंदा लगाकर अपनी जान दे दी थी. सभा सचिव पर भी 60 से 65 लाख रुपये गबन के अरोप लगे थे. मामले की जांच के दौरान अब तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की एक सहकारी सभा के करोड़ों रुपये के गबन का मामला (case of embezzlement of crores of rupees) वर्ष 2016 में पुलिस में दर्ज हुआ था. सहकारी सभा ने मृत लोगों के नाम ही करोड़ों रुपयों का लोन दे दिया गया. बेटे व बहू ने मृत बुजुर्ग के नाम पर ही लोन ले लिया था. लोगों की सोसायटी में जमा करवाई गई रकम उन्हें न मिलने पर वे भड़क गए. सभा के माध्यम से करोड़ों का लोन तो दे दिया गया, लेकिन उसकी रिकवरी नहीं हो पा रही थी. बाद में इस बात का खुलासा हुआ था कि मृत लोगों के नाम पर ही सहकारी सभा ने ऋण वितरित कर दिए हैं.
मामला उजागर होने के बाद सभा का सचिव गायब भी हो गया था. उसका कई महीनों तक सुराग नहीं लगा. बाद में सचिव ने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी थी. जांच के बीच ही सचिव की मृत्यु हो गई लेकिन मामले की तहकीकात जारी रही. चार साल बाद करोड़ों रुपये के घोटाले में सभा के तीन सदस्यों को गिरफ्तार (Three members of the society arrested in scam) किया गया है. इनमें दो महिलाएं जबकि एक पुरूष शामिल है. तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरास्त में भेजा गया है.
बता दें कि 100 से अधिक लोगों को पैसा सहकारी सभा में फंसा (money trapped in cooperative society) हुआ है. दो करोड़ से अधिक रुपये सभा ने रिकवर करने है जबकि पौने दो करोड़ के करीब लोगों को देना है जिन्होंने सभा में अपना पैसा जमा करवा रखा है. सहकारी सभा में करोड़ों के घोटाले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरास्त में भेजा गया है. घोटाले का यह मामला वर्ष 2016 का है. तत्कालीन सभा सचिव की मृत्यु हो चुकी है. मामले की जांच निरंतर जारी है.
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