हमीरपुर: 2022 के विधानसभा चुनावों में प्रदेश की राजनीति की दशा और दिशा बदलने के लिए सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी साल में राजनीति कुछ अलग आयामों पर नजर आने लगी है. साल 2022 के चुनावों से ठीक पहले अब यहां पर राजनीति, युवा, महिला और जातीय सम्मेलनों से आगे महायज्ञ तक पहुंच गई है. हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने सर्वकल्याणकारी संस्था (SARV KALYANKARI SANSTHA) के बैनर तले यह नई पहल की है.
ऐसा नहीं है धर्म के सहारे देश अथवा प्रदेश में चुनावी साल में ध्यानाकर्षण के प्रयास पहली बार हो रहे हैं. धर्म की राजनीति की रीत कोई नई नहीं है, लेकिन कांग्रेस के लिए हिमाचल और खासकर हमीरपुर जिले से इसकी पहल को अहम माना जा रहा है. यह पहल भी उस विधानसभा सभा क्षेत्र से ही जा रही है जिसने प्रदेश के कई दशकों के सियासी समीकरणों को धराशायी कर सूबे की राजनीति को एक नई दिशा दी. दो दशकों से हमीरपुर के इर्द-गिर्द घूमने वाली प्रदेश की सियासत अब प्रदेश में बंट गई है, लेकिन जिले के सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में अब सियासत नए रंगों में नजर आने लगी है.
ऐतिहासिक प्राचीन मुरली मनोहर मंदिर में 21 प्रकांड विद्वान ब्राह्मणों करेंगे यज्ञ: कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक सुजानपुर राजेंद्र राणा की मानें तो यह महायज्ञ समाज में फिर से भाईचारा व सौहार्द का वातावरण कायम करने के लिए सर्वकल्याणकारी संस्था सुजानपुर में (RASHTRA RAKSHA YAGYA IN SUJANPUR) करने का जा रही है. इस यज्ञ को राष्ट्र रक्षा यज्ञ नाम दिया गया है. विधायक राजेंद्र राणा सर्वकल्याणकारी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं.
संस्था का दावा है कि बीजेपी सत्ता की पैंतरेबाजियों व जुमलाबाजियों के बीच नफरत, धार्मिक, उन्माद, आतंकवाद, जातिगत बैर जैसे कई संवेदनशील मसले व मुद्दों के कारण देश के समाज पर लगातार खतरा मंडरा रहा है. इसी खतरे को देखते हुए सौहार्दपूर्ण व संपन्नतापूर्ण समाज की स्थापना करने के लिए सर्वकल्याणकारी संस्था द्वारा 28 मई को सुजानपुर के ऐतिहासिक प्राचीन मुरली मनोहर मंदिर में 21 प्रकांड विद्वान ब्राह्मणों से यज्ञ करवाया जाएगा.
भाजपा-कांग्रेस दोनों ही सक्रिय, राजनीति के अलग की मायने: प्रदेशभर की अपेक्षा सुजानपुर में राजनीति के अलग की मायने हैं. यहां पर कार्यकर्ताओं के जोड़-तोड़ के दावे तो किए ही जाते हैं साथ ही सम्मेलनों से एक दूसरे को बराबर चुनौती दी जाती है. यहां पर एक पक्ष के दावे से पहले दूसरे पक्ष की प्रतिक्रिया मीडिया में आ जाती है. आप दोनों दलों की सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि एक पक्ष की तरफ से यदि कोई आयोजन किया जाता है तो उस आयोजन की खबरें मीडिया में आने से पहले दूसरे दल की प्रतिक्रियाएं सामने आ जाती हैं.
पटका पहनाने की रीत भी बदली, यहां सियासी जोड़-तोड़ का अगला चरण: हमीरपुर जिले में ही नहीं प्रदेशभर में कांग्रेस और भाजपा की तरफ से एक दूसरे के कार्यकर्ताओं के जोड़-तोड़ के दावे किए जाते हैं. हमीरपुर जिला भी इस सियासत से अछूता नहीं है बल्कि यहां पर जोड़- तोड़ की राजनीति अगले चरण में पहुंच गई है. प्रदेश में कार्यकर्ताओं की जोड़-तोड़ के दावों के बाद एक दल छोड़ दूसरे में मिले कार्यकर्ताओं के चेहरे लोगों के जहन से खबरों के साथ गायब हो जाते हैं, लेकिन इसके विपरीत सुजानपुर में जोड़-तोड़ के दावों की अग्निपरीक्षा होती है. कई दफा कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे के दावों को यहां पर झूठलाया है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने तो इन दावों को तोड़ निकाल कर दूसरे दलों से भाजपा में शामिल होने वाले लोगों को पटका पहनाने की रीत को बदल दिया है. ऐसी जोड़-तोड़ होने पर धूमल पार्टी में शमिल होने वाले लोगों को खुद पटका उठाकर गले में डालने के लिए कहते हैं ताकि कल को कोई यह न कहे जबरन उनके गले में पार्टी के पटके डाले गए.
ये है ताजा सियासी गठ जोड़, धूमल के समक्ष कांग्रेस छोड़ गले में पहने भाजपा के पटके: ग्राम पंचायत री के पूर्व प्रधान अशोक कुमार एवं ग्राम पंचायत बनाल के पूर्व उप प्रधान अमर सिंह ठाकुर, खयाह से सेवानिवृत्त मनीष कुमार समीरपुर में पहुंचकर भाजपा में शामिल हो गए हैं. भाजपा मंडल सुजानपुर के के मीडिया प्रभारी विनोद ठाकुर के मुताबिक दोनों पंचायत प्रतिनिधियों ने अपनी मर्जी से भारतीय जनता पार्टी का पटका अपने गले में डाला और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के सामने विधिवत भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. विनोद ठाकुर ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि भारतीय जनता पार्टी में आने पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल एवं सुजानपुर भाजपा परिवार ने स्वागत किया है.
नाकाम बीजेपी सरकार के नकारात्मक वातावरण से ईश्वर कृपा से लोगों को निकालेंगें: राजेंद्र राणा ने कहा कि पंजाब जब आतंकवाद की आग में जल रहा था तब भी देवभूमि हिमाचल इससे अछूता रहा, लेकिन बीजेपी के राज में धर्मशाला विधानसभा परिसर में खालिस्तानी झंडे फहराने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने यह साबित कर दिया है कि आंतकवादी शक्तियों के घातक मंसूबों की बुरी नजर अब इस देवधरा पर भी पड़ी है. जो कि सरकार की सरासर नाकामी है. भूख व भ्रष्टाचार के दौर से निकलने व महंगाई बेरोजगारी व लोकतंत्र पर से आम जन का भरोसा खत्म होने के कारण बने वातावरण (RASHTRA RAKSHA YAGYA IN SUJANPUR) को लेकर इस तरह के यज्ञों को करने का फैसला सर्वकल्याणकारी संस्था ने लिया है. ताकि आम जन के हितों की रक्षा करने में नाकाम बीजेपी सरकार द्वारा बनाए गए नकारात्मक वातावरण से ईश्वर कृपा से जनता को निकाला जा सके.