हमीरपुर: जिला मुख्यालय स्थित एक अध्यापिका की उपचार के दौरान मौत के मामले में प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों पर पिस्तौल तान दी. पुलिस की इस कार्रवाई से खफा प्रदर्शनकारियों ने शिमला-धर्मशाला एनएच पर शव रखकर करीब तीन घंटे तक जाम कर दिया.
बता दें कि जिले के ब्राहलड़ी में अध्यापिका की मौत मामले में परिजनों ने सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस अफसर परिजनों को मनाने में जुटे रहे लेकिन बात नहीं बनीं. इस बीच एक पुलिस अफसर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पिस्तौल तान दी जिससे महिलाएं आक्रोशित हो उठीं. पुलिस प्रशासन से नाराज प्रदर्शनकारी शिमला-धर्मशाला एनएच पर पक्का भरो के पास पहुंचे और यहां पर करीब 3 घंटे तक हाईवे को बाधित रखा.
इसके बाद दोपहर करीब एक बजे परिजन शव को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे और वहीं भी प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शन की वजह से पठानकोट-शिमला, चामुंडा-शिमला, धर्मशाला शिमला रूट की कई बसें जाम में फंसी रहीं.
अध्यापिका के परिजनों का कहना है कि पुलिस उचित कार्रवाई करने के बजाय उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. इसके अलावा पुलिस ने शव को उनके छीनने की भी कोशिश की गई.
एसडीएम डॉ. चिरंजी लाल चौहान ने कहा कि पीड़ित को न्याय दिलाया जाएगा. पुलिस को सही तरीके से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा. उधर, जब इस बारे में डीएसपी हेड क्वार्टर हितेश लखन पाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की छानबीन की जाएगी.
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