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रस्सी के सहारे स्वयं गहरी खाई में उतरी DC हमीरपुर देबश्वेता बनिक, जानें वजह

उपायुक्त हमीरपुर देबश्वेता बनिक ने खुद साहसिक गतिविधियों में भाग लेकर एक उदाहरण पेश किया है. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्णिम जयंती वर्ष के उपलक्ष्य पर आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की कड़ी में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने होमगाड्र्स और अग्निशमन विभाग के सहयोग से आम लोगों को बचाव कार्यों एवं आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक एवं प्रशिक्षित करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है.

Organizing training and rescue operations exercise program in Gram Panchayat Daduhi hamirpur
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Published : Sep 27, 2021, 3:16 PM IST

Updated : Sep 27, 2021, 3:44 PM IST

हमीरपुर: आपदा प्रबंधन के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए उपायुक्त हमीरपुर देबश्वेता बनिक ने खुद साहसिक गतिविधियों में भाग लेकर एक उदाहरण पेश किया है. उपायुक्त ने रिवर क्रॉसिंग, वर्मा ब्रिज, रैपलिंग और अन्य साहसिक एवं कठिन गतिविधियों में भाग लेकर युवाओं को रेस्क्यू कार्यों हेतु प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया.

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्णिम जयंती वर्ष के उपलक्ष्य पर आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की कड़ी में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने होमगार्डस और अग्निशमन विभाग के सहयोग से आम लोगों को बचाव कार्यों एवं आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक एवं प्रशिक्षित करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है. अभियान के पहले दिन सोमवार को हमीरपुर की निकटवर्ती ग्राम पंचायत दड़ूही के गांव खब में स्थानीय युवाओं के लिए प्रशिक्षण एवं बचाव कार्यों का अभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

इस अवसर पर उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अध्यक्ष देबश्वेता बनिक ने स्वयं बचाव कार्यों से संबंधित विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लिया और रेस्क्यू की बारीकियों को जाना कि आपदा के दौरान बचाव दल किस प्रकार आधुनिक उपकरणों की मदद से जान-माल की रक्षा करते हैं. उपायुक्त ने स्वयं रिवर क्रॉसिंग, वर्मा ब्रिज, रैपलिंग और अन्य साहसिक एवं कठिन गतिविधियों में भाग लेकर युवाओं को रेस्क्यू कार्यों हेतु प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया. रस्सी के सहारे गहरी खाई में उतरते हुए देबश्वेता बनिक ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया.

वीडियो.

स्थानीय लोगों विशेषकर युवाओं को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक करते हुए उपायुक्त ने कहा कि किसी भी तरह की आपदा के समय सबसे पहले स्थानीय लोग ही मौके पर पहुंचते हैं. अगर पंचायत एवं ग्राम स्तर पर लोग आपदा प्रबंधन के प्रति सजग एवं प्रशिक्षित होंगे तो वे आपात परिस्थितियों में जान-माल की रक्षा कर सकते हैं. इसी के मद्देनजर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने होमगार्डस और अग्निशमन विभाग की मदद से ग्राम पंचायत दड़ूही में यह कार्यक्रम आयोजित किया. उन्होंने बताया कि 29 सितंबर को सुजानपुर के निकटवर्ती गांव भलेठ में संकट मोचन मंदिर और पुंग खड्ड के आस-पास भी इसी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.

उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने कहा कि इन कार्यक्रमों में कमांडेंट सुशील कुमार के नेतृत्व में होमगार्डस एवं अग्रिशमन विभाग के प्रशिक्षित दल द्वारा लोगों को आपदा प्रबंधन की बारीकियों से परिचित करवाया जा रहा है. इस मौके पर कमांडेंट सुशील कुमार ने स्थानीय लोगों को आपदा प्रबंधन से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी तथा उनसे बचाव कार्यों का अभ्यास भी करवाया. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के दौरान बचाव कार्यों में स्थानीय लोग हमेशा आगे आएं.

ये भी पढ़ें- ये हैं हिमाचल की फेमस 10 टूरिस्ट डेस्टिनेशन, होता है स्वर्ग का एहसास

हमीरपुर: आपदा प्रबंधन के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए उपायुक्त हमीरपुर देबश्वेता बनिक ने खुद साहसिक गतिविधियों में भाग लेकर एक उदाहरण पेश किया है. उपायुक्त ने रिवर क्रॉसिंग, वर्मा ब्रिज, रैपलिंग और अन्य साहसिक एवं कठिन गतिविधियों में भाग लेकर युवाओं को रेस्क्यू कार्यों हेतु प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया.

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्णिम जयंती वर्ष के उपलक्ष्य पर आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की कड़ी में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने होमगार्डस और अग्निशमन विभाग के सहयोग से आम लोगों को बचाव कार्यों एवं आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक एवं प्रशिक्षित करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है. अभियान के पहले दिन सोमवार को हमीरपुर की निकटवर्ती ग्राम पंचायत दड़ूही के गांव खब में स्थानीय युवाओं के लिए प्रशिक्षण एवं बचाव कार्यों का अभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

इस अवसर पर उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अध्यक्ष देबश्वेता बनिक ने स्वयं बचाव कार्यों से संबंधित विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लिया और रेस्क्यू की बारीकियों को जाना कि आपदा के दौरान बचाव दल किस प्रकार आधुनिक उपकरणों की मदद से जान-माल की रक्षा करते हैं. उपायुक्त ने स्वयं रिवर क्रॉसिंग, वर्मा ब्रिज, रैपलिंग और अन्य साहसिक एवं कठिन गतिविधियों में भाग लेकर युवाओं को रेस्क्यू कार्यों हेतु प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया. रस्सी के सहारे गहरी खाई में उतरते हुए देबश्वेता बनिक ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया.

वीडियो.

स्थानीय लोगों विशेषकर युवाओं को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक करते हुए उपायुक्त ने कहा कि किसी भी तरह की आपदा के समय सबसे पहले स्थानीय लोग ही मौके पर पहुंचते हैं. अगर पंचायत एवं ग्राम स्तर पर लोग आपदा प्रबंधन के प्रति सजग एवं प्रशिक्षित होंगे तो वे आपात परिस्थितियों में जान-माल की रक्षा कर सकते हैं. इसी के मद्देनजर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने होमगार्डस और अग्निशमन विभाग की मदद से ग्राम पंचायत दड़ूही में यह कार्यक्रम आयोजित किया. उन्होंने बताया कि 29 सितंबर को सुजानपुर के निकटवर्ती गांव भलेठ में संकट मोचन मंदिर और पुंग खड्ड के आस-पास भी इसी तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.

उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने कहा कि इन कार्यक्रमों में कमांडेंट सुशील कुमार के नेतृत्व में होमगार्डस एवं अग्रिशमन विभाग के प्रशिक्षित दल द्वारा लोगों को आपदा प्रबंधन की बारीकियों से परिचित करवाया जा रहा है. इस मौके पर कमांडेंट सुशील कुमार ने स्थानीय लोगों को आपदा प्रबंधन से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी तथा उनसे बचाव कार्यों का अभ्यास भी करवाया. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के दौरान बचाव कार्यों में स्थानीय लोग हमेशा आगे आएं.

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Last Updated : Sep 27, 2021, 3:44 PM IST
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