हमीरपुरः जिला हमीरपुर के मुख्यालय के साथ लगती ग्राम पंचायत सराहकड के कटियारा गांव में डायरिया की चपेट में आए लोगों का आंकड़ा 43 पहुंच गया है. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में 11 नए मरीज में भर्ती हुए हैं जबकि तीन मरीज ठीक होकर घर चले गए हैं. इनमें से 17 का उपचार सिविल अस्पताल टौणी देवी, जबकि 23 का इलाज मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में चल रहा है.
बता दें कि कटियारा गांव में एक व्यक्ति की मृत्यु के 10वें दिन रस्म पूरी करने के बाद लोगों को चने से बना प्रसाद वितरित किया गया था. बताया जा रहा है कि इस प्रसाद को खाने वाले लगभग सभी लोग बीमार हो गए हैं. कुछ लोगों की तबीयत उस दिन रात ही बिगड़ गई और कुछ लोग अगली सुबह बीमार हो गए. अधिकतर लोग उल्टी और दस्त से पीड़ित हुए हैं. फिलहाल इस मामले में जांच जारी है.
उधर, इस मामले में आईपीएच विभाग ने सर्तकता बढ़ाते हुए गांव की पेयजल योजना और सराहकड के मुख्य टैंक से पानी के सैंपल भरकर उनकी जांच करवाई है. विभागीय जांच में पानी स्वच्छ पाया गया है. आईपीएच विभाग के अधिशासी अभियंता नीरज भोगल ने बताया कि जांच में पानी के सैंपल सही पाए गए हैं. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने गांव में लोगों को ओआरएस और जिंक की टैबलेट बांटी है.
सिविल अस्पताल टौणी देवी के डॉ. आशुतोष ने बताया कि यहां 17 मरीज उपचाराधीन हैं. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एमएस डॉ. अनिल वर्मा ने कहा कि शनिवार शाम तक 15 मरीज भर्ती थे. यहां 11 नए मरीज आए हैं जबकि तीन स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं. गांव में ओआरएस और जिंक की टैबलेट वितरित की जा रही है.
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