हमीरपुरः उपमण्डल भोरंज के अंतर्गत ग्राम पंचायत भलवाणी के समकरी गांव में कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को प्रशासन ने नेगेटिव बता कर घर भेज दिया था. लेकिन रात के समय रिपोर्ट फिर से आने के बाद व्यक्ति पॉजिटिव निकला, जिसके बाद व्यक्ति को तुरंत कोरोना अस्पताल में शिफ्ट किया गया. मामला 27 तारीख का है. साथ ही यहां प्रशासन की लापरवाही भी देखने को मिली है.
जानकारी के अनुसार व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव आने के तीन दिन बाद तक भी प्रशासन ने पंचायत भलवाणी के समकरी गांव को न तो कंटेनमेंट जोन घोषित किया और न ही इस गांव व पंचायत को सेनिटाइज किया. इसके बाद गांव के लोगों में प्रशासन के लिए काफी रोष है. गांव के लोगों में कोरोना महामारी को लेकर काफी डर भी देखने को मिला.
ग्रामीणों का कहना है कि एक तो प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को घर भेज दिया. अब न तो प्रशासन को अन्य ग्रामीणों व परिवारों की चिंता है. वहीं, प्रशासन ने न तो क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया, जिससे और लोगों को भी कोरोना होने का खतरा बन गया है.
वहीं, लोगों का कहना है कि प्रशासन अपनी गलती के चलते और लोगों की बलि चढ़ाने पर भी उतारू है, जिससे पंचायत व स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद स्वयं गांव को सेनिटाइज करने का फैसला किया और अपनी पंचायत के लोगों के स्वास्थ्य को बचाने का खुद ही बीड़ा उठाया है.
ग्रांम पंचायत प्रधान संजीव आंगारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि 27 तारीख से लोग दहशत में है यदि प्रशासन ने गलती से कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को गांव में भेज दिया था तो गांव के अन्य लोगों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए था. गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाना चाहिए था और पंचायत को सेनिटाइज करवाना चाहिए था. इस लिए तीन दिन बीत जाने के बाद पंचायत अपने स्तर पर गांव को सेनिटाइज कर रही है.