हमीरपुर: जयराम सरकार के कार्यकाल में आयोजित हो रही अंतिम प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में मिशन रिपीट पर मंथन के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार धूमल के गृह जिला में पहुंचेंगे? यह प्रश्नचिन्ह इसलिए लगा है, क्योंकि इससे पहले (BJP working committee meeting) आयोजित हुई कई कार्यसमिति की बैठकों में पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार नदारद रहे हैं. चुनावी साल में प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक छह और सात जून को हमीरपुर में प्रस्तावित है. ऐसे में राजनीतिक गलियारों में किंतु परंतु से परिपूर्ण यह चर्चा हो रही है कि क्या जयराम सरकार के मिशन रिपीट के लिए क्या शांता कुमार आएंगे.
सवाल उठना भी लाजिमी है कि वर्तमान भाजपा सरकार के अंतिम साल में आयोजित हो रही बैठक में मिशन रिपीट के मंथन के शांता कुमार आएंगे या इस बार दूरी बनाकर रखेंगे. संगठन की बैठक मे हर दफा वह बैठक में आपेक्षित होते हैं और उन्हें निमंत्रण भी प्रदेश संगठन की तरफ से दिया जाता है, लेकिन पिछले कुछ समय से शांता कुमार कार्यसमिति की बैठक से दूरी बनाए हुए हैं. यह सवाल इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामला हो या अन्य कई मामले शांता कुमार अपनी ही सरकार को घेरते देखे गए हैं. ऐसे में क्या मिशन रिपीट के मंथन में वह पहुंचेंगे इस पर संशय बना हुआ है.
भाजपा प्रभारी बोले आएंगे शांता, स्टाफ के लिए कमरे बुक: पार्टी सूत्रों की मानें तो इस बार एक्स सीएम शांता के बैठक में आने की संभावना है. उनको निमंत्रण दिया गया और एक्स सीएम और उनके स्टाफ के लिए बाकायदा कमरों की बुकिंग भी की गई है. हमीरपुर भाजपा प्रभारी अजय राणा की मानें तो धूमल के साथ शांता भी इस बैठक में शामिल होंगे. उन्हें निमंत्रण भी दिया गया और वह बैठक में आपेक्षित भी हैं. पूर्व मुख्यमंत्री और उनके स्टाफ के लिए कमरों की बुकिंग भी की गई है.
उपचुनावों की तरह की क्या बैठक में खींच लाएगा जयराम प्रेम सक्रिय राजनीति से लगभग दूर हो चुके पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार मंडी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी के लिए प्रचार करने के लिए गए थे. सीएम जयराम ठाकुर के आग्रह पर वह मंडी जिला में प्रचार करने के लिए पहुंचे थे. ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या शांता कुमार का जयराम प्रेम उन्हें प्रदेश भाजपा की कार्यसमिति की बैठक तक भी खींच लाएगा जिससे वह लंबे समय से दूरी बनाए हुए हैं.