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सुविधाओं के अभाव में बारिश में भीगने को मजबूर फ्रंटलाइन वर्कर्स, मास्क और सैनिटाइजर भी नहीं मिल रहे

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Published : May 8, 2021, 5:39 PM IST

जिला कोविड-19 सेंटर हमीरपुर के बाहर से ईटीवी भारत की टीम ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. यहां पर दिन-रात सेवाएं दे रहे होमगार्ड विभाग के महिला कर्मचारियों से टीम ने विशेष बातचीत की. इस दौरान कर्मचारियों ने यह खुलासा किया कि उन्हें मास्क और सैनिटाइजर तक उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं. महिला होमगार्ड ने कहा कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एमएस से भी मांग की गई थी, लेकिन उनकी मांगों को लगातार अनसुना किया जा रहा है.

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डिजाइन फोटो.

हमीरपुरः प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए कोरोना कर्फ्यू तो लागू कर दिया है लेकिन फ्रंटलाइन वर्कर जो दिन-रात सेवाएं दे रहे हैं उनको महामारी से बचाने के लिए पुख्ता और पर्याप्त प्रबंध हमीरपुर जिला में नहीं किए जा रहे हैं. जिला कोविड-19 सेंटर हमीरपुर के बाहर से ईटीवी भारत की टीम ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. यहां पर दिन-रात सेवाएं दे रहे होमगार्ड विभाग के महिला कर्मचारियों से टीम ने विशेष बातचीत की.

इस दौरान कर्मचारियों ने यह खुलासा किया कि उन्हें मास्क और सैनिटाइजर तक उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं. कर्मचारियों को बैठने के लिए कोई सुविधा नहीं है ना तो पीने के लिए पानी की व्यवस्था है और ना ही सिर रखने के लिए कोई गुमटी यहां पर बनाई गई है. बारिश के दौरान आम के पेड़ के नीचे अक्सर यह होमगार्ड जवान भीगने को मजबूर होते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

सुविधा न मिलने के कारण करना पड़ रहा परेशानियों का सामना

होमगार्ड विभाग की महिला होमगार्ड का कहना है कि सुविधा न मिलने के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पुरुष होमगार्ड को तो रात के समय ड्यूटी देनी पड़ रही है और वहां आम के पेड़ के नीचे ही पूरी रात निकालते हैं. गेट पर ना तो बैठने के लिए व्यवस्था है और ना ही खाने-पीने के लिए कोई व्यवस्था की गई है. ऐसा कोई प्रबंध नहीं है जहां पर वह बैठकर खाना खा सके अथवा पानी पी सके हैं.

मांगों को किया जा रहा अनसुना

महिला होमगार्ड ने कहा कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एमएस से भी मांग की गई थी, लेकिन उनकी मांगों को लगातार अनसुना किया जा रहा है. यहां पर गेट पर सेवाएं दे रहे कर्मचारियों के लिए गुमटी बनाने की बात कही गई थी लेकिन उस पर भी कोई अमल नहीं किया गया है.

गौरतलब है कि जहां पर यह कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं. वहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजन दिन भर आते हैं यहां पर उनसे इन कर्मचारियों को बातचीत से करनी पड़ती है. ऐसे में सुविधाओं के अभाव में जब घर लौटते हैं तो परिजनों को भी इन्फेक्शन का खतरा बना रहता है.

ये भी पढ़ें: निर्माण क्षेत्र पर मंडराने लगा कोरोना की दूसरी लहर का साया! घरों को लौटने लगे प्रवासी मजदूर

हमीरपुरः प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए कोरोना कर्फ्यू तो लागू कर दिया है लेकिन फ्रंटलाइन वर्कर जो दिन-रात सेवाएं दे रहे हैं उनको महामारी से बचाने के लिए पुख्ता और पर्याप्त प्रबंध हमीरपुर जिला में नहीं किए जा रहे हैं. जिला कोविड-19 सेंटर हमीरपुर के बाहर से ईटीवी भारत की टीम ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. यहां पर दिन-रात सेवाएं दे रहे होमगार्ड विभाग के महिला कर्मचारियों से टीम ने विशेष बातचीत की.

इस दौरान कर्मचारियों ने यह खुलासा किया कि उन्हें मास्क और सैनिटाइजर तक उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं. कर्मचारियों को बैठने के लिए कोई सुविधा नहीं है ना तो पीने के लिए पानी की व्यवस्था है और ना ही सिर रखने के लिए कोई गुमटी यहां पर बनाई गई है. बारिश के दौरान आम के पेड़ के नीचे अक्सर यह होमगार्ड जवान भीगने को मजबूर होते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

सुविधा न मिलने के कारण करना पड़ रहा परेशानियों का सामना

होमगार्ड विभाग की महिला होमगार्ड का कहना है कि सुविधा न मिलने के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पुरुष होमगार्ड को तो रात के समय ड्यूटी देनी पड़ रही है और वहां आम के पेड़ के नीचे ही पूरी रात निकालते हैं. गेट पर ना तो बैठने के लिए व्यवस्था है और ना ही खाने-पीने के लिए कोई व्यवस्था की गई है. ऐसा कोई प्रबंध नहीं है जहां पर वह बैठकर खाना खा सके अथवा पानी पी सके हैं.

मांगों को किया जा रहा अनसुना

महिला होमगार्ड ने कहा कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के एमएस से भी मांग की गई थी, लेकिन उनकी मांगों को लगातार अनसुना किया जा रहा है. यहां पर गेट पर सेवाएं दे रहे कर्मचारियों के लिए गुमटी बनाने की बात कही गई थी लेकिन उस पर भी कोई अमल नहीं किया गया है.

गौरतलब है कि जहां पर यह कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं. वहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजन दिन भर आते हैं यहां पर उनसे इन कर्मचारियों को बातचीत से करनी पड़ती है. ऐसे में सुविधाओं के अभाव में जब घर लौटते हैं तो परिजनों को भी इन्फेक्शन का खतरा बना रहता है.

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