हमीरपुर: कांग्रेस संगठन में बड़े स्तर पर सेंध लगाने के बाद अब मिशन रिपीट के लिए हिमाचल कई बड़े सियासी विस्फोट करने की तैयारी में है. भाजपा राष्टीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का गृह राज्य होने के चलते उनका भी चुनावों में सीधा दखल स्वभाविक तौर पर रहेगा. नड्डा के इस दखल का प्रमाण हमीरपुर जिले में आयोजित भाजपा की बैठक के दौरान देखने को मिला. मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा की जेपी नड्डा से (JP Nadda and Anil Sharma meeting) आधे घंटे तक बंद कमरे में मुलाकात हुई. इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, राज्य चुनाव प्रभारी सौदान सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप मौजूद रहे.
सीएम जयराम ठाकुर के साथ अनिल शर्मा की नजदीकियां पिछले कुछ दिनों में बढ़ गई है. सीएम जयराम के बाद अब जेपी नड्डा के साथ अनिल शर्मा की बैठक में बाद उनके बेटे आश्रय शर्मा के भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं. लंबे समय से सीएम जयराम ठाकुर और भाजपा से खफा चल रहे विधायक अनिल शर्मा चुनावों के नजदीक फिर भाजपा के करीब हो गए हैं. ऐसे में मंडी जिले में पंडित सुखराम के परिवार के बिना ही कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनावों में उतरने के आसार नजर आ रहे हैं. फिलहाल दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के पोते आश्रय शर्मा कांग्रेस में हैं. पिछले दिनों विधायक अनिल शर्मा ने बाप और बेटे के एक ही पार्टी में होने की बात कही थी, जिसके बाद से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आश्रय शर्मा भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं.
वीरभद्र और सुखराम परिवार के नहीं मिल रहे विचार: पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम बेशक इस दुनिया में नहीं हैं. लेकिन दोनों परिवारों में सियासी रार आज भी बरकरार है. दोनों परिवारों में यह सियासी उलझन आए दिन जगजाहिर हो रही है. यही वजह है कि पिछले दिनों पंडित सुखराम के पोस्टर फाड़े जाने के आरोप आश्रय शर्मा ने सोशल मीडिया के जरिये लगाए थे. उन्होंने वर्तमान हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की कार्यशैली भी सवाल उठाए थे.
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