हमीरपुर: कांग्रेस-भाजपा के लिए हाल ही कुछ वर्षो में सियासत का अड्डा बने लंबलू कस्बे में युवा नेता आशीष शर्मा ने रविवार को चुनावी हुंकार भर दी (Ashish Sharma Rally In Hamirpur) है. मुद्दा चाहे उप तहसील का हो या डिग्री कॉलेज की घोषणा का यहां भाजपा और कांग्रेस नेता सियासी नजर से आमने-सामने नजर आते हैं. ऐसे में युवा आशीष शर्मा ने युवा सम्मेलन के बहाने युवाओं की फौज जुटाकर सियासी जमीन तलाशने का प्रयास किया है. हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की दष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले लंबलू कस्बे में युवाओं की भीड़ जुटा आशीष शर्मा ने कुछ हद तक अपनी जमीनी पकड़ का एहसास करवाया है.
आगामी विधानसभा चुनावों में युवा नेता आशीष भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चुनौती माने जा रहे (Ashish Sharma of hamirpur) है. लंबे समय से सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय आशीष शर्मा ने युवा सम्मेलन के मंच से विरोधियों के आरोपों का जबाव दिया है. आरोपों को ही ताकत बनाते हुए आशीष ने कहा कि यदि वह हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से जीत कर आते है तो एक माह में हमीरपुर को चिट्टा मुक्त बनाएंगे.
हमीरपुर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के दामाद, अनुराग के भी करीबी: आशीष शर्मा हमीरपुर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेंद्र जार के दामाद हैं, यह भी एक तथ्य है. सक्रिय राजनीति में आशीष शर्मा के परिवार का राजनीति से कोई खास नाता नहीं है लेकिन वर्तमान में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के करीबी इन दिनों गिने जाते (himachal assembly election 2022) हैं. बेशक कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेंद्र जार आशीष शर्मा के ससुर हैं, लेकिन कांग्रेस के प्रति इस युवा नेता का झुकाव नहीं है. हालांकि भाजपा से चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा जगजाहिर है. बहरहाल चुनाव को अभी वक्त है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस को युवा नेता ने युवा सम्मेलन के दम पर चुनौती पेश कर दी है.
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