सुजानपुरः पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज के लिए पीएम मोदी का आभार जताया है. यह पैकेज देश की जीडीपी का 10 फीसदी बताया जा रहा है. प्रेम कुमार धूमल ने बताया कि यह पैकेज वैश्विक महामारी में देश के 130 करोड़ लोगों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगा.
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के पांच पिलर आर्थिक व्यवस्था, आधारभूत ढांचा, सिस्टम, भौगोलिक व्यवस्था एवं डिमांड व सप्लाई को देश की आर्थिकी में मील का पत्थर साबित करार दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि, श्रमिक, नकदी और कानून संबंधित नियामकों को मजबूती देने पर बल दिया है.
धूमल ने कहा कि जिस प्रकार इस आर्थिक पैकेज से 3 लाख करोड़ देश के कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु मझोले उद्योग को बिना कॉलेटरल नकदी से आबंटित किए हैं, निश्चित रूप से लाभ देने वाला होगा और जिन पर करोड़ों लोगों की आजीविका के पुनर्जीवित होने की आस बनी रहेगी. 3 लाख करोड़ के पैकेज से इन उद्योगों की आत्म निर्भरता बढ़ेगी साथ ही अन्य गैर सरकारी संगठित क्षेत्र के कामगारों को भी इस आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज से मजबूती मिलेगी. उन्होंने बताया कि लघु, छोटे व मध्यम उद्योगों के लिए निवेश सीमा को 1 करोड़, 10 करोड़ व 20 करोड़ करने से निर्माण व सेवा क्षेत्र के उद्योगों को भी लाभ होगा.
प्रेम कुमार धूमल ने बताया कि केंद्र सरकार ने दो दिन पहले भी 952.58 करोड़ राजस्व घाटा अनुदान के रूप में प्रदेश सरकार को दिए हैं. उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी के चलते जहां पूरा विश्व आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है. केंद्र सरकार की ओर से राज्य की जरूरतों के प्रति संवेदनशीलता एक सराहनीय कदम है. यह अनुदान राशि प्रदेश के गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए मदद रूपी रामबाण साबित होगी.
पूर्व सीएम धूमल ने कहा कि इस पहले भी नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रदेश को 244 करोड़ की राशि से लक्षित वर्ग को जरूरी और फौरी राहत स्वीकृति की थी. वह राशि उन जरूरतमंदों को लाभकारी सिद्ध हुई थी, जिनका इस वैश्विक माहमारी के चलते रोजगार छिन गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा बाहरी राज्यों से हिमाचली लोगों को वापस लाने के प्रयासों की भी सराहना की है और महामारी न फैले उसके लिए इन आगंतुकों को करणीय नियमावली से भी अवगत करवाने पर जोर दिया है. बता दें कि बुधवार को ट्रेन के माध्यम से हिमाचल के 789 लोग बैंगलोर से बुधवार को ऊना पहुंचे हैं. जहां से इनको अलग जिलों में भेजा जा रहा है. इन सभी लोगों को उनके गृह जिला में समाज हित के लिए संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा.
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