नादौनः विकासखंड नादौन की ग्राम पंचायत बढेड़ा में एक व्यक्ति ने अपने सेप्टिक टैंक का गंदा पानी पेयजल योजना में फेंक दिया. जिससे क्षेत्र के लोगों में भारी रोष हैं. वहीं, जल शक्ति विभाग की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है.
हालांकि जल शक्ति विभाग के अथक प्रयासों से पेयजल योजना के पानी की साफ सफाई की जा रही है, लेकिन पेयजल उपभोक्ताओं में दूषित हुए जल के लिए डर बना हुआ है. इस पेयजल योजना से तीन ग्राम पंचायतों बढेड़ा सनाही और नेरी के दर्जनों गांवों के हजारों लोगों को पानी उपलब्ध करवाया जाता है.
सेप्टिक टैंक का पानी पेयजल योजना में डालने से रोष
बता दें कि तीन दिन पहले एक व्यक्ति ने अपने सेप्टिक टैंक की सफाई करवाई. सारी गंदगी नाले में फेंक दी. इस गंदगी को तेज पानी के प्रेशर से पेयजल योजना के बने पेयजल भंडार के सामने पहुंचा दिया. जिससे लोगों में रोष है.
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तीन पंचायतों को मिलता था पानी
घटना का पता चलते ही पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और पेयजल के लिए हाहाकार मच गई. पंचायत प्रधान बढेड़ा राजेश कुमार ने बताया कि इस पेयजल योजना से तीन पंचायतों के हजारों लोगों को पीने का पानी टैंको से दूर दराज के परंपरागत पेयजल स्रोतों से लाना पड़ रहा है.
विभाग ने पेयजल आपूर्ति को रोका
वहीं, जल शक्ति विभाग के जेई अमित कुमार ने बताया कि जैसे ही उन्हें इस घटना का पता चला तो विभाग ने पेयजल आपूर्ति को तुरंत रोक दिया. पेयजल टैंकों में ब्लीचिंग पाउडर डालकर उनकी कॉलोनाइजेशन की जा रही है.
दूषित जल के सैंपल टेस्ट
मामले की शिकायत पुलिस को कर दी गई है. अमित ने बताया कि दूषित जल के सैंपल टेस्ट करवाए जा रहे हैं. योजना को फिर से बहाल करने के लिए विभाग की ओर से प्रयास किए जा रहें है.
आगामी कार्रवाई जारी
थाना प्रभारी नीरज राणा ने बताया कि जल शक्ति विभाग की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. मौके का निरीक्षण करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
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