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हमीरपुर: बंद हो रहे सरकारी स्कूल में जलाई शिक्षा की लौ, लेकिन विभाग ने ये कैसा इनाम दिया

8 महीने पहले ही शिक्षक राजेंद्र ने स्कूल में ज्वॉइन किया था, तब उस वक्त इस स्कूल में महज दो बच्चे थे और अब बच्चों की संख्या 21 हो गई है. अब शिक्षक को अन्य स्कूल में प्रतिनियुक्ति पर लगा दिया गया है. इस वजह से (Teacher Rajender deputation case) अब एक बार फिर इस स्कूल के बंद होने की नौबत आ सकती है.

Teacher Rajender deputation case
शिक्षक राजेंद्र का प्रतिनियुक्ति मामला
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Published : Mar 5, 2022, 1:42 PM IST

हमीरपुर: बंद होने की कगार पर पहुंचे सरकारी स्कूल में शिक्षा की लौ जलाने वाले शिक्षक को विभाग ने ऐसा परिणाम दिया की जानकर आप भी चौंक जाएंगे. एजुकेशन हब कहे जाने वाले हमीरपुर जिले के राजकीय प्राथमिक पाठशाला भौउ में स्कूली छात्रों की संख्या को इकाई से दहाई तक पहुंचाने वाले शिक्षक को (Teacher Rajender deputation case) प्रतिनियुक्ति का इनाम मिला है.

8 महीने पहले इस स्कूल में ज्वॉइन करने वाले शिक्षक राजेंद्र ने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या को 2 से 21 तक पहुंचाया है. शिक्षा विभाग का तर्क है कि जिले में कुछ स्कूल ऐसे हैं, जिनमें एक भी शिक्षक तैनात नहीं हैं और वहां पर कम संख्या वाले स्कूलों से शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर लगाया गया है. मसलन दूसरे स्कूल को बंद होने से बचाने के लिए विभाग की यह कसरत उन स्कूलों पर भी भारी पड़ने लगी है जिनमें अब शिक्षा की लौ जलने लगी है.

शिक्षक राजेंद्र का प्रतिनियुक्ति मामला
मझीन पंचायत के वार्ड नंबर 1 की पंच पूजा का कहना है कि 8 महीने पहले ही शिक्षक राजेंद्र ने स्कूल में ज्वॉइन किया था, तब उस वक्त इस स्कूल में महज दो बच्चे थे और अब बच्चों की संख्या 21 हो गई है. अब शिक्षक को अन्य स्कूल में प्रतिनियुक्ति (deputation Case of Rajender) पर लगा दिया गया है. इस वजह से अब एक बार फिर इस स्कूल के बंद होने की नौबत आ सकती है. उन्होंने प्रतिनियुक्ति के इस आदेश को विभाग से वापस लेने की मांग उठाई है ताकि स्कूल में पढ़ाई प्रभावित न हो.प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर संजय ठाकुर का कहना है कि (Elementary Education Deputy Director Hamirpur) जिले के राजकीय प्राथमिक पाठशाला भौउ के शिक्षक की प्रतिनियुक्ति को रद्द करने की मांग को लेकर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और एसएमसी के पदाधिकारियों ने मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की मांग पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिले में 29 पाठशालाएं ऐसी हैं जो बिना अध्यापकों के चल रही हैं. ऐसे में जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है वहां से शिक्षकों की ड्यूटी प्रतिनियुक्ति पर लगाई गई है. इस मामले में जो भी बेहतर होगा वह किया जाएगा.


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हमीरपुर: बंद होने की कगार पर पहुंचे सरकारी स्कूल में शिक्षा की लौ जलाने वाले शिक्षक को विभाग ने ऐसा परिणाम दिया की जानकर आप भी चौंक जाएंगे. एजुकेशन हब कहे जाने वाले हमीरपुर जिले के राजकीय प्राथमिक पाठशाला भौउ में स्कूली छात्रों की संख्या को इकाई से दहाई तक पहुंचाने वाले शिक्षक को (Teacher Rajender deputation case) प्रतिनियुक्ति का इनाम मिला है.

8 महीने पहले इस स्कूल में ज्वॉइन करने वाले शिक्षक राजेंद्र ने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या को 2 से 21 तक पहुंचाया है. शिक्षा विभाग का तर्क है कि जिले में कुछ स्कूल ऐसे हैं, जिनमें एक भी शिक्षक तैनात नहीं हैं और वहां पर कम संख्या वाले स्कूलों से शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर लगाया गया है. मसलन दूसरे स्कूल को बंद होने से बचाने के लिए विभाग की यह कसरत उन स्कूलों पर भी भारी पड़ने लगी है जिनमें अब शिक्षा की लौ जलने लगी है.

शिक्षक राजेंद्र का प्रतिनियुक्ति मामला
मझीन पंचायत के वार्ड नंबर 1 की पंच पूजा का कहना है कि 8 महीने पहले ही शिक्षक राजेंद्र ने स्कूल में ज्वॉइन किया था, तब उस वक्त इस स्कूल में महज दो बच्चे थे और अब बच्चों की संख्या 21 हो गई है. अब शिक्षक को अन्य स्कूल में प्रतिनियुक्ति (deputation Case of Rajender) पर लगा दिया गया है. इस वजह से अब एक बार फिर इस स्कूल के बंद होने की नौबत आ सकती है. उन्होंने प्रतिनियुक्ति के इस आदेश को विभाग से वापस लेने की मांग उठाई है ताकि स्कूल में पढ़ाई प्रभावित न हो.प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर संजय ठाकुर का कहना है कि (Elementary Education Deputy Director Hamirpur) जिले के राजकीय प्राथमिक पाठशाला भौउ के शिक्षक की प्रतिनियुक्ति को रद्द करने की मांग को लेकर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और एसएमसी के पदाधिकारियों ने मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की मांग पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिले में 29 पाठशालाएं ऐसी हैं जो बिना अध्यापकों के चल रही हैं. ऐसे में जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है वहां से शिक्षकों की ड्यूटी प्रतिनियुक्ति पर लगाई गई है. इस मामले में जो भी बेहतर होगा वह किया जाएगा.


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