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बीजेपी के डिजिटल रथों में शांता, धूमल और अनुराग को मिला स्थान, डैमेज कंट्रोल की कोशिश

हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) को लेकर भाजपा द्वारा पूरे प्रदेश में एलईडी प्रचार अभियान किया जा रहा है. प्रचार में प्रयोग होने वाले पोस्टर में धूमल और शांता के फोटे नहीं लगाए गए थे जिसको लेकर कुछ कार्यकर्ताओं ने नराजगी जताई गई थी, लेकिन अब पोस्टरों को बदला गया है. (BJP LED campaign poster changed in himachal) दी है.

BJP LED campaign in Himachal
बीजेपी के डिजिटल रथों में शांता, धूमल के साथ अनुराग की भी वापसी.
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Published : Sep 22, 2022, 1:06 PM IST

Updated : Sep 22, 2022, 1:27 PM IST

हमीरपुर: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) को लेकर चुनावी गतिविधियां तेज हो गई है. प्रदेश में पार्टियां रोज बैठकों और रैलियों कर रही हैं. राजनीतिक दल आने वाले चुनावी कार्यक्रमों की रणनीति तैयार करने में लगे हुए हैं. वहीं, वर्तमान भाजपा सरकार मिशन रिपीट को लेकर पूरी रणनीति तैयार कर चुकी है. जिसके लिए अब एलईडी प्रचार अभियान में भाजपा ने प्रदेश में बड़े स्तर पर बदलाव किया (BJP LED campaign in Himachal) है.

एलईडी प्रचार रथ में धूमल और शांता शामिल: चुनावी बेला में पोस्टर और बैनर की सियासत से भाजपा में राजनीति गरमा गई है. हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के साथ संपूर्ण हिमाचल में एलईडी प्रचार रथ अभियान में अब धूमल और शांता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के फोटो भी नजर आने लगे हैं. इस बड़े सियासी बदलाव के बाद राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा हो रही (BJP LED campaign poster changed in himachal) है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से प्रचार रथ में बदलाव को लेकर मंजूरी मिलने के बाद इन रथों में पोस्टर बदल दिए गए हैं.

पहले यह था डिजिटल रथों में पोस्टर
पहले यह था डिजिटल रथों में पोस्टर

बदले जा रहे डिजिटल रथ के पोस्टर: कुछ विधानसभा क्षेत्रों में डिजिटल रथ के पोस्टर बदल दिए गए और कुछ में इन्हें बदलने की प्रक्रिया जारी है. पिछले शनिवार को ही हमीरपुर के गांधी चौक से इस एलईडी प्रचार रथ अभियान को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने हरी झंडी दिखाई थी.

सवाल उठने के बाद बदलाव: सवाल उठने के बाद प्रदेश भाजपा संगठन ने केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी से अपनी भूल में सुधार किया है, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि आखिर चुनावी बेला में यह भूल जानबूझकर की गई थी? अगर ऐसा था तो हो क्या अब यह बदलाव डैमेज कंट्रोल के लिए है.

दूसरा डिजिटल रथ का पोस्टर
दूसरा डिजिटल रथ का पोस्टर

जवाब को टालते नजर आए थे कश्यप: दरअसल इस अभियान के शुभारंभ के दौरान ही हमीरपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप को सवालों का सामना करना पड़ा था. इस दौरान ही पत्रकारों ने रथ और बैनर और पोस्टर में पूर्व मुख्यमंत्रियों धूमल और शांता के फोटो गायब होने को लेकर अध्यक्ष से सवाल किया था. पत्रकारों के सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप से जवाब देते नहीं बना था और उन्होंने टालमटोल में ही जवाब दिया था.

समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की: जब मामला तूल पकड़ा तो वरिष्ठ नेताओं के समर्थकों ने भी नाराजगी जाहिर की और बाद में प्रदेश संगठन की तरफ से इन प्रचार रथों में बदलाव को लेकर केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क किया गया. आखिरकार अब प्रदेश भर में प्रचार में जुटे भाजपा संगठन में यह बड़ा बदलाव किया है.

क्या बदलाव से होगा डैमेज कंट्रोल: आपको बता दें कि जिस दिन इस रथ अभियान को हरी झंडी दिखाई गई थी, उस वक्त पोस्टर और होर्डिंग पर जो फोटो थे उनमें प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और संबंधित सांसदों की फोटो ही मौजूद थी. हमीरपुर जिले से इस अभियान को हरी झंडी दिखाई गई और बावजूद इसके धूमल को पोस्टर में जगह ना मिलने पर खासी नाराजगी कार्यकर्ताओं ने जाहिर की.

बदले मन से डैमेज कंट्रोल की कोशिश: कार्यकर्ताओं की इस सुगबुगाहट से चर्चाओं का माहौल गर्म हुआ और मीडिया में भी बात पहुंच गई. बाद में मीडिया और प्रदेश अध्यक्ष में सवाल-जवाब हुए तो मामला और भी गंभीर हो गया. अंत में भाजपा ने अब चुनावी बेला में अपनी गलती को सुधार कर फिर धूमल और शांता के लिए अपना मन बदल दिया है. क्या बदले मन से अब भाजपा डैमेज कंट्रोल करने में सफल होगी.

प्रदेश भर बदलाव: हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रचार-प्रसार और होर्डिंग बैनर के प्रभारी विजय पाल सोहारू का कहना है कि एलईडी प्रचार रथ अभियान में शामिल गाड़ियों में लगे पोस्टर और होर्डिंग बदले जा रहे हैं. हिमाचल के हर विधानसभा क्षेत्र में लगी गाड़ी में यह बदलाव किया जाना है.

ये भी पढ़ें: पीएम मोदी का बिलासपुर दौरा 5 अक्टूबर को, एम्स का शुभारंभ कर जनसभा को करेंगे संबोधित

हमीरपुर: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) को लेकर चुनावी गतिविधियां तेज हो गई है. प्रदेश में पार्टियां रोज बैठकों और रैलियों कर रही हैं. राजनीतिक दल आने वाले चुनावी कार्यक्रमों की रणनीति तैयार करने में लगे हुए हैं. वहीं, वर्तमान भाजपा सरकार मिशन रिपीट को लेकर पूरी रणनीति तैयार कर चुकी है. जिसके लिए अब एलईडी प्रचार अभियान में भाजपा ने प्रदेश में बड़े स्तर पर बदलाव किया (BJP LED campaign in Himachal) है.

एलईडी प्रचार रथ में धूमल और शांता शामिल: चुनावी बेला में पोस्टर और बैनर की सियासत से भाजपा में राजनीति गरमा गई है. हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के साथ संपूर्ण हिमाचल में एलईडी प्रचार रथ अभियान में अब धूमल और शांता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के फोटो भी नजर आने लगे हैं. इस बड़े सियासी बदलाव के बाद राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा हो रही (BJP LED campaign poster changed in himachal) है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से प्रचार रथ में बदलाव को लेकर मंजूरी मिलने के बाद इन रथों में पोस्टर बदल दिए गए हैं.

पहले यह था डिजिटल रथों में पोस्टर
पहले यह था डिजिटल रथों में पोस्टर

बदले जा रहे डिजिटल रथ के पोस्टर: कुछ विधानसभा क्षेत्रों में डिजिटल रथ के पोस्टर बदल दिए गए और कुछ में इन्हें बदलने की प्रक्रिया जारी है. पिछले शनिवार को ही हमीरपुर के गांधी चौक से इस एलईडी प्रचार रथ अभियान को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने हरी झंडी दिखाई थी.

सवाल उठने के बाद बदलाव: सवाल उठने के बाद प्रदेश भाजपा संगठन ने केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी से अपनी भूल में सुधार किया है, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि आखिर चुनावी बेला में यह भूल जानबूझकर की गई थी? अगर ऐसा था तो हो क्या अब यह बदलाव डैमेज कंट्रोल के लिए है.

दूसरा डिजिटल रथ का पोस्टर
दूसरा डिजिटल रथ का पोस्टर

जवाब को टालते नजर आए थे कश्यप: दरअसल इस अभियान के शुभारंभ के दौरान ही हमीरपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप को सवालों का सामना करना पड़ा था. इस दौरान ही पत्रकारों ने रथ और बैनर और पोस्टर में पूर्व मुख्यमंत्रियों धूमल और शांता के फोटो गायब होने को लेकर अध्यक्ष से सवाल किया था. पत्रकारों के सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप से जवाब देते नहीं बना था और उन्होंने टालमटोल में ही जवाब दिया था.

समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की: जब मामला तूल पकड़ा तो वरिष्ठ नेताओं के समर्थकों ने भी नाराजगी जाहिर की और बाद में प्रदेश संगठन की तरफ से इन प्रचार रथों में बदलाव को लेकर केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क किया गया. आखिरकार अब प्रदेश भर में प्रचार में जुटे भाजपा संगठन में यह बड़ा बदलाव किया है.

क्या बदलाव से होगा डैमेज कंट्रोल: आपको बता दें कि जिस दिन इस रथ अभियान को हरी झंडी दिखाई गई थी, उस वक्त पोस्टर और होर्डिंग पर जो फोटो थे उनमें प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और संबंधित सांसदों की फोटो ही मौजूद थी. हमीरपुर जिले से इस अभियान को हरी झंडी दिखाई गई और बावजूद इसके धूमल को पोस्टर में जगह ना मिलने पर खासी नाराजगी कार्यकर्ताओं ने जाहिर की.

बदले मन से डैमेज कंट्रोल की कोशिश: कार्यकर्ताओं की इस सुगबुगाहट से चर्चाओं का माहौल गर्म हुआ और मीडिया में भी बात पहुंच गई. बाद में मीडिया और प्रदेश अध्यक्ष में सवाल-जवाब हुए तो मामला और भी गंभीर हो गया. अंत में भाजपा ने अब चुनावी बेला में अपनी गलती को सुधार कर फिर धूमल और शांता के लिए अपना मन बदल दिया है. क्या बदले मन से अब भाजपा डैमेज कंट्रोल करने में सफल होगी.

प्रदेश भर बदलाव: हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रचार-प्रसार और होर्डिंग बैनर के प्रभारी विजय पाल सोहारू का कहना है कि एलईडी प्रचार रथ अभियान में शामिल गाड़ियों में लगे पोस्टर और होर्डिंग बदले जा रहे हैं. हिमाचल के हर विधानसभा क्षेत्र में लगी गाड़ी में यह बदलाव किया जाना है.

ये भी पढ़ें: पीएम मोदी का बिलासपुर दौरा 5 अक्टूबर को, एम्स का शुभारंभ कर जनसभा को करेंगे संबोधित

Last Updated : Sep 22, 2022, 1:27 PM IST
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