हमीरपुरः प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के कारनामे से 2 साल पहले मौत हो चुके डॉक्टर को एक बार फिर से नौकरी मिल गई है. स्वास्थ्य विभाग ने चौथी बार हिमाचल प्रदेश में यह कारनामा कर दिखाया है. दो साल पहले जिस डॉक्टर की टांडा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी.
स्वास्थ्य विभाग ने हमीरपुर निवासी उसी मृतक डॉक्टर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरोली जिला ऊना में एनेस्थीसिया विभाग में नए नियुक्ति आदेश जारी कर दिए. स्वास्थ्य विभाग की इससे बड़ी लापरवाही और क्या हो सकती है.
बता दें कि विभाग ने अभी हाल ही में 195 डॉक्टरों के नियुक्ति आदेश जारी किए हैं. इनमें कुछ के प्रमोशन भी शामिल हैं. नई नियुक्ति आदेशों की फाइल पर अतिरिक्त प्रधान सचिव आरडी धीमान और विशेष सचिव अमरजीत सिंह के हस्ताक्षर भी हैं. डॉ. धीरज सोनी हमीरपुर जिले के भोरंज उपमंडल की ग्राम पंचायत नगरोटा गाजियां के रहने वाले थे.
हमीरपुर के विभिन्न अस्पतालों में सेवाएं देने के बाद वह डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल टांडा कांगड़ा में एनेस्थीसिया विभाग में स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने गए थे. इसी बीच जून, 2018 में उनका शव अस्पताल परिसर के एक कमरे से बरामद हुआ था.
अब प्रदेश सरकार ने 25 जुलाई, 2020 को 195 चिकित्सकों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं. इसमें आईजीएमसी शिमला और टीएमसी के 75-75 मेडिकल स्पेशलिस्ट हैं, जबकि 5 सीनियर रेजिडेंट और 40 विशेषज्ञ सीधी भर्ती से शामिल हैं.
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी इस सूची में दो साल पहले मर चुके हमीरपुर के डॉ. धीरज सोनी का नाम भी है. इस बारे में प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त प्रधान सचिव आरडी धीमान से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई बात नहीं हो पाई.
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